सेलिब्रेशन में कौन से विशेष उपहार बाजारों में मौजूद हैं. हर साल हरे रंग का क्रिसमस-ट्री गिफ्ट गैलरीज की शान बनता था, लेकिन इस बार काले व सफेद रंगों की कंटीली पत्तियों से सजीला क्रिसमस-ट्री लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। देवदार के पेड़ के समान दिखने वाला यह स्मोकी क्रिसमस-ट्री पाँच फुट लंबा है, जिसकी कीमत 2800 रुपए है। वहीं सिल्वर गमले में लगा दो फुट का क्रिसमस-ट्री भी लोगों को काफी भा रहा है।
सिल्वर व सफेद रंग के रेशमी फूलों व घंटियों से इसे सजाया गया है। जिसमें रंग-बिरंगी लाइटिंग की भी विशेष व्यवस्था रखी गई है। अपने रूप रंग से सबको मोहने वाला यह मिनी क्रिसमस-ट्री 3000 रुपए की कीमत में उपलब्ध है। साधारण हरे रंग के क्रिसमस-ट्री भी छोटे रूप में 1500 व बड़े रूप में 2800 रुपए में उपलब्ध हैं।
चर्च में विशेष प्रार्थनाएं होती हैं। लोग अपने रिश्तेदारों एवं मित्रों से मिलने उनके घर जाते हैं। सभी एक-दूसरे को उपहार देते हैं। इस दिन आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। इसकी विशेष सज्जा की जाती है। इस त्योहार में केक का विशेष महत्व है। मीठे, मनमोहन केक काटकर खिलाने का रिवाज बहुत पुराना है। लोग एक-दूसरे को केक खिलाकर पर्व की बधाई देते हैं। सांताक्लाज का रूप धरकर व्यक्ति बच्चों को टॉफियां-उपहार आदि बांटता है।
ऐसा कहा जाता है कि सांताक्लाज स्वर्ग से आता है और लोगों को मनचाही चीजें उपहार के तौर पर देकर जाता है।क्रिश्चियन समुदाय के लोग हर साल 25 दिसंबर के दिन क्रिसमस का त्योहार मनाते हैं।क्रिसमस का त्योहार ईसा मसीह के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है।क्रिसमस क्रिश्चियन समुदाय का सबसे बड़ा और खुशी का त्योहार है, इस कारण इसे बड़ा दिन भी कहा जाता है।
क्रिसमस के 15 दिन पहले से ही मसीह समाज के लोग इसकी तैयारियों में जुट जाते हैं।घरों की सफाई की जाती है, नए कपड़े खरीदे जाते हैं, विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं।इस दिन के लिए विशेष रूप से चर्चों को सजाया जाता है।क्रिसमस के कुछ दिन पहले से ही चर्च में विभिन्न कार्यक्रम शुरु हो जाते हैं जो न्यू ईयर तक चलते रहते हैं।
इन कार्यक्रमों में प्रभु यीशु मसीह की जन्म गाथा को नाटक के रूप में प्रदर्शित किया जाता है। मसीह गीतों की अंताक्षरी खेली जाती है, विभिन्न प्रकार के गेम्स खेले जाते है, प्राथनाएं की जाती हैं आदि।कई जगह क्रिसमस के