मदरसों में एनसीईआरटी की किताबों को अनिवार्य करने के बाद योगी सरकार अब ड्रेस कोड लागू करने की तैयारी में है। इसके लिए प्रस्ताव लाया जाएगा। इसके लागू होने के बाद मदरसों में तालीम लेने वाले कुर्ता-पायजामा की जगह पेंट-शर्ट या कोई और ड्रेस पहने नजर आएंगे।
उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि मदरसों में आमतौर पर बच्चे कुर्ता-पायजामा पहन कर आते हैं। इससे उनकी पहचान एक धर्म विशेष से होती है। उनमें हीन भावना आती है। इसे खत्म करना जरूरी है।
सरकार चाहती है कि मदरसे के बच्चे भी मुख्यधारा से जुड़ें। वे सामान्य स्कूली बच्चों की तरह दिखें।मंत्री ने कहा कि मदरसों के बच्चों को मुख्यधारा में लाने के लिए सिलेबस में बदलाव किया जा चुका है। एनसीईआरटी की किताबें अनिवार्य की गई हैं।
गणित, हिंदी और इंग्लिश को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने कहा था कि एक हाथ में कुरान और एक हाथ में लैपटॉप होना चाहिए तभी मदरसे के बच्चे भी कामयाब होंगे। रजा ने सपा और कांग्रेस पर मुसलमानों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करने का आरोप भी लगाया।