उत्तराखंड कांग्रेस ने पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के बेटे साकेत बहुगुणा और अनिल गुप्ता को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है.कांग्रेस ने इसके साथ बागियों के प्रभाव वाले 9 जिला कमेटियों को भी भंग करने का आदेश दे दिया गया है. इसके पहले सीएम बागी मंत्री हरक सिंह रावत व महाधिवक्ता को पद से हटा चुके हैं.
हरीश रावत आज ही पार्टी हाइकमान से मिल कर दिल्ली से देहरादून लौटे हैं.कांग्रेस ने साकेत बहुगुणा को इस पूरे प्रकरण के मास्टरमाइंड के रूप में चिह्नित किया है.उत्तराखंड की राजनीति में आए भूचाल के लिए कांग्रेस पार्टी ने बागी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे साकेत बहुगुणा को जिम्मेदार पाया है और पार्टी विरोधी गतिविधियों को लिए पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है.
कांग्रेस और बीजेपी अब अपने समर्थक विधायकों को एक-दूसरे की नज़रों से बचाने में लगे हैं. बाग़ी कांग्रेस विधायक बीजेपी विधायकों के साथ गुड़गांव के होटल में हैं तो हरीश रावत समर्थक विधायकों को जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क भेज दिया गया है.28 तारीख़ को हरीश रावत को बहुमत साबित करना है,
लेकिन उससे पहले 26 मार्च तक बाग़ी विधायकों को स्पीकर के नोटिस का जवाब देना है, जिसमें पूछा गया है कि क्यों न दल बदल क़ानून के तहत उनकी सदस्यता रद्द कर दी जाए.वहीं, आज इस मुद्दे पर बीजेपी के नेता और कांग्रेस के नेता राष्ट्रपति से मिलेंगे और अपनी-अपनी बात रखेंगे. बताया जा रहा है कि बीजेपी के 27 और 9 कांग्रेस के बागी विधायक राष्ट्रपति से मिलेंगे.