फेफड़ों से संबंधि‍त समस्या के चलते केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद AIIMS में भर्ती

केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को रात को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया. एम्स प्रशासन के अनुसार 64 वर्षीय प्रसाद रात लगभग आठ बजे एम्स पहुंचे. समाचार एजेंसी से एक अधिकारी ने कहा फिलहाल वह कुछ समय तक चिकित्सा निगरानी में रहेंगे.

उन्हें पल्मोनरी चिकित्सा विभाग में भर्ती कराया गया है.पल्मोनरी का मतलब फेफड़े से संबंधि‍त समस्या से है. रविशंकर प्रसाद नेता होने के साथ ही वरिष्ठ वकील भी हैं. भारत सरकार में कानून एवं न्याय मंत्री के साथ ही संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री हैं.

बीजेपी नेता प्रसाद बिहार से राज्य सभा के सदस्य हैं. 30 अगस्त, 1954 को जन्मे रविशंकर प्रसाद साल 2000 से संसद के सदस्य हैं और बीजेपी के तेजतर्रार नेताओं में से हैं. वे अक्सर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मीडिया से मुखातिब होते हैं.

अक्सर वह महत्वपूर्ण मौकों पर सरकार का पक्ष रखने के लिए सामने आते हैं. वह संसद में वित्त, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी, पेट्रोलियम एवं रसायन इत्यादि महत्वपूर्ण संसदीय समितियों के सदस्य रहे हैं. 

रविशंकर प्रसाद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने राष्ट्रीय महासचिव, पार्टी के मुख्य प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभाग के प्रमुख सहित राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के अत्यंत महत्वपूर्ण संगठनात्मक जिम्मेदारियों को निभाया है.कैबिनेट मंत्री के रूप में वे सरकार के प्रवक्ता भी हैं.

उन्होंने कई देशों की यात्रा की और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों एवं संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में रविशंकर प्रसाद ने कोयला एवं खान मंत्रालय, विधि एवं न्याय मंत्रालय एवं सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया था.

युवावस्था में उन्होंने जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में बिहार में छात्र आंदोलन का नेतृत्व किया था और आपातकाल के दौरान जेल गए. वह कई वर्षों तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVP) के साथ जुड़े रहे एवं संगठन में विभिन्न पदों की जिम्मेदारी संभाली.

कॉलेज के दिनों में पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के सहायक महासचिव भी चुने गए. फरवरी, 1980 के बाद से उन्होंने पटना हाई कोर्ट में वकालत की.साल 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के रूप में नियुक्त होने के बाद से वे देश के दूरसंचार क्षेत्र को बेहतर करने की दिशा में काम कर रहे हैं.

डिजिटल इंडिया पर पीएम मोदी सरकार का खास जोर है और संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के रूप में रविशंकर प्रसाद इसको लागू कराने में सबसे प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं.सितंबर, 2001 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में उन्हें कोयला एवं खान राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था.

और घाटे में चल रहे भारत के विशाल कोयला संसाधनों का प्रबंधन करने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कोल इंडिया लिमिटेड को पुनर्जीवित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. जुलाई 2002 में उन्हें कानून एवं न्याय राज्य मंत्री की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई थी. उनकी पत्नी डॉ. माया शंकर पटना विश्वविद्यालय में इतिहास की प्राध्यापिका हैं.

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