राजस्थान के करौली में एक मंदिर के पुजारी पर पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जलाने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि करौली के सपोटरा क्षेत्र के बूकना गांव में मंदिर की जमीन के विवाद में दो पक्षों में हुए विवाद के दौरान गंभीर रुप से झुलसे मंदिर के पुजारी की जयपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई.
इससे पहले पुजारी के बयान के बाद सपोटरा थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई थी. मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है. मामले में सपोटरा पुलिस पर लापरवाही के भी आरोप लगे हैं.
गौरतलब है कि मंदिर भूमि के विवाद में सुबह मंदिर पुजारी बाबूलाल आग से झुलस गया था और उसे गंभीर स्थिति में जयपुर रैफर किया था, पीड़ित की उपचार के दौरान जयपुर में मौत हो गई. पुलिस ने जयपुर जाकर पुजारी बाबूलाल के बयान दर्ज किए जिनके आधार पर मामला दर्ज किया.
प्राथमिकी में बताया कि मंदिर की भूमि पर कब्जा करने के लिए कैलाश पुत्र काडू मीणा, शंकर, नमो, रामलखन मीणा आदि छप्पर डाल रहे थे. अतिक्रमियों को अतिक्रमण से रोका तो उन्होंने पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी. आगजनी में पुजारी का शरीर कई जगह से झुलस गया.
परिजनों ने पहले सपोटरा चिकित्सालय में पुजारी को भर्ती कराया, लेकिन स्थिति नाजुक होने पर उसे जयपुर रैफर कर दिया. जयपुर में उपचार के दौरान गुरुवार शाम सात बजे पुजारी की मौत हो गई.इधर पुलिस ने मामला दर्ज होने के बाद आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
मामले में एसपी मृदुल कच्छावा ने आधा दर्जन टीम गठित कर आरोपियों की तलाश शुरू की है. जिसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है. मंदिर भूमि पर कुछ लोग कब्जा कर रहे थे. इसको लेकर काफी समय से विवाद की स्थिति बनी हुई थी.
गांव वालों की इस मामले में पंचायत भी हुई जिसमें पंच पटेलों ने मंदिर भूमि पर कब्जा करने वालों से अतिक्रमण नहीं करने और कब्जा हटाने को कहा था, लेकिन अतिक्रमियों ने पंच पटेलों की बात नहीं मानी. वे इस भूमि पर छप्पर डालकर कब्जा पुख्ता कर रहे थे. परिजनों का आरोप है कि आरोपियों ने पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी पुलिस मामले की जांच मैं जुटी है.