दिल्ली में कोरोना मामले बढ़ने के साथ लोगों के लिए अब सख्त निर्देश आ गए हैं। इन निर्देशों के बाद व्यापारियों ने ऑड-ईवन कदम को नहीं सराहा है। इसी के तहत कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स ने बाजारों को ऑड-ईवन की तर्ज पर खोलना केजरीवाल सरकार का बेहद बेतुका कदम बताया है।
दरअसल दिल्ली में येलो अलर्ट जारी हो गया है, नए आदेशों के मुताबिक दिल्ली में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा। स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संस्थान भी बंद रहेंगे, शादी समारोह में भी सिर्फ 20 लोगों को ही शामिल होने की इजाजत है।इसके साथ ही अंतिम संस्कार में भी 20 लोग ही जा सकेंगे।
ऑड- ईवन के तहत आवश्यक दुकाने खुलेंगी, जबकि निजी दफ्तर भी 50 फीसदी क्षमता के साथ ही कार्य कर सकेंगे। सिनेमा हॉल, स्पा और जिम भी बंद रहेंगे।इस मसले पर कैट ने ओमिक्रॉन और कोविड-19 के हर दिन बढ़ रहे मामलों को बेहद चिंताजनक बताया है, वहीं ओमिक्रॉन या कोविड के बढ़ते मामलों में कोई कमीं नहीं आएगी, उल्टा व्यापारियों के साथ ग्राहकों को भी भारी दि़क्कतों का सामना करना पड़ेगा।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खण्डेलवाल ने कहा कि, देश के 8 करोड़ व्यापारी ओमिक्रॉन और कोविड के खिलाफ जंग में केंद्र और राज्य सरकारों के साथ हर कदम पर खड़े हैं। नए आदेशों के बाद यह सभी निर्देश व्यापार के लिए बेहद विपरीत होंगे।
इन प्रतिबंधों के साथ साथ ये बेहद आवश्यक है कि दिल्ली सरकार सम्पूर्ण लॉक डाउन या ऑड- ईवन प्रणाली पर बाजारों को संचालित करने की बजाए, अनिवार्य रूप से कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल अपनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित और प्रेरित करने के लिए तरीके और उपाय निकाले।
इसके अलावा दिल्ली के कनॉट प्लेस मार्केट की एसोसिएशन नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन के एक्सिक्यूटिव मेंबर अमित गुप्ता ने बताया कि, हम सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं लेकिन सरकार के ऑड- ईवन के फैसले पर हमें दुख है, क्योंकि इससे दुकानदार से लेकर ग्राहक के लिए भी समस्या है।
क्या ग्राहक पर बाजार दो सामान खरीदने दो अलग-अलग दिन आएगा ? व्यापार जैसे तैसे पटरी पर लौटा था लेकिन अब इस तरह से व्यापारियों को भी नुकसान होगा।हालांकि सभी बाजारों में दुकानदारों ने पहले ही अपनी दुकानों के बाहर नो मास्क- नो सेल का बोर्ड लगा लिया है। वहीं हैंड सेनिटाइजर व अन्य नियमों का पालन किया जाए इसकी व्यवस्था की गई है।