आतंकवादियों ने यहां इकबाल पार्क इलाके में श्रीनगर की प्रसिद्ध फार्मेसी के मालिक माखनलाल बिंदरू की उनके व्यावसायिक परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी. इसके अलावा केंद्र शासित प्रदेश में दो अन्य लोगों की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हमलावरों ने बिंदरू (68) को उस समय नजदीक से गोली मार दी जब वह अपनी फार्मेसी में थे. उन्होंने कहा कि बिंदरू को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
कश्मीरी पंडित समुदाय से बिंदरू उन कुछ लोगों में शामिल थे, जिन्होंने 1990 के दशक में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद शुरू होने के बाद पलायन नहीं किया. वह अपनी पत्नी के साथ यहीं रहे और लगातार अपनी फार्मेसी बिंदरू मेडिकेट को चलाते रहे.
इस घटना के एक घंटे के भीतर आतंकवादियों ने शहर के हवाल इलाके में एक गैर-स्थानीय रेहड़ी-पटरी विक्रेता की हत्या कर दी. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि भेलपुरी बेचने वाले वीरेंद्र को भी नजदीक से गोली मारी गई जिसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई.
दूसरी हत्या के कुछ मिनटों के भीतर ही आतंकवादियों ने बांदीपुरा जिले के नैदखई में मोहम्मद शफी लोन नामक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी. लोन स्थानीय टैक्सी स्टैंड के अध्यक्ष थे.बिंदरू की हत्या की निंदा करते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कहा वह गरीबों की मदद करने वाले व्यक्ति थे.
बिंदरू की हत्या करने वालों का कोई धर्म नहीं है. मैं उनके परिवार के प्रति एकजुटता व्यक्त करता हूं और पुलिस से जल्द से जल्द दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने का आग्रह करता हूं.नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी हत्या की निंदा की.
उन्होंने ट्वीट किया बिंदरू मेडिकेट के मालिक पर घातक हमला अस्वीकार्य है. मैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानता था. वह कभी घाटी छोड़कर नहीं गए और आतंकवादियों ने उनके साथ यह किया. ईश्वर उनकी आत्मा को सद्गति प्रदान करें.
वहीं माकपा नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने कहा कि इस जघन्य और शर्मनाक कृत्य की निंदा करने के लिए उनके पास शब्द नहीं हैं. उन्होंने कहा बिंदरू की दुर्भाग्यपूर्ण मौत से शोक की लहर दौड़ गई है. इस तरह के जघन्य और शर्मनाक कृत्य की निंदा करने के लिए कोई शब्द नहीं हैं. यह पूरे समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है.