तेलंगाना की राज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन ने पुडुचेरी की नई उपराज्यपाल के रूप में भी शपथ ली है। शपथ ग्रहण करने के बाद तमिलसाई सुंदरराजन ने पुडुचेरी की नई उपराज्यपाल के रूप में कार्यभार भी संभाल लिया है। हाल ही में किरण बेदी को उपराज्यपाल के पद से हटाए जाने के बाद तमिलसाई सुंदरराजन को पुडुचेरी की उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार मिला है।
पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी को मंगलवार रात पुडुचेरी की उपराज्यपाल पद से हटा दिया गया था। उपराज्यपाल पद से हटाए जाने के बाद किरण बेदी ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि उन्होंने जो भी काम किया वो संवैधानिक और नैतिक जिम्मेदारियों को पूरा करने वाला था। किरण बेदी ने उन सभी लोगों को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने उनके साथ मिलकर काम किया था।
पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन ने कार्यभार संभालने के बाद कहा, कल पूरी रात मैंने पुडुचेरी के लोगों की समस्याओं का विश्लेषण किया, मैं एक-एक कर उनकी समस्याओं का समाधान करूंगी। मैं संविधान और कानून के दायरे में रहकर काम करूंगी।तमिलसाई सुंदरराजन तेलंगाना की राज्यपाल भी रह चुकी हैं।
तमिलसाई सुंदरराजन का जन्म 2 जून, 1961 को तमिलनाडु के नागरकोइल में हुआ था। तमिलसाई सुंदरराजन कुमारी अनंतन की बेटी हैं, जो संसद के पूर्व सदस्य और तमिलनाडु में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं।तमिलसाई सुंदरराजन ने चेन्नई में एथिराज कॉलेज फॉर वुमन में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है।
तमिलसाई सुंदरराजन ने एमबीबीएस की पढ़ाई मद्रास मेडिकल कॉलेज, चेन्नई और डॉ. एमजीआर मेडिकल विश्वविद्यालय से की है। वो पेशे से प्रसूति और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर हैं। तमिलसाई सुंदरराजन ने श्री रामचंद्र मेडिकल कॉलेज (चेन्नई) से एक सहायक प्रोफेसर के रूप में काम करके अपने करियर की शुरुआत की थी।
जिसके पांच साल बाद वो भाजपा में शामिल हो गईं और राजनीति में आ गईं। उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन दक्षिण चेन्नई जिला मेडिकल विंग सचिव के रूप में 1999 में शुरू किया, और भाजपा में विभिन्न पदों पर रहीं।
तमिलसाई सुंदरराजन ने 1999 में दक्षिण चेन्नई जिला मेडिकल विंग सचिव, 2001 में राज्य महासचिव मेडिकल विंग, 2005 में अखिल भारतीय सह-संयोजक (दक्षिणी राज्यों के लिए चिकित्सा विंग), 2007 में राज्य महासचिव से तमिलनाडु राज्य भाजपा इकाई की सेवा की। 2010 में राज्य उपाध्यक्ष और 2013 में अखिल भारतीय भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के रूप में पदोन्नत हुईं।
तमिलसाई सुंदरराजन ने 1 सितंबर 2019 को भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के आदेश से तेलंगाना के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया था और उन्होंने 9 सितंबर 2019 को कार्यभार संभाला था।
हालांकि वो कभी भी विधायक या सांसद नहीं बन पाईं। उन्होंने दो विधानसभा चुनाव लड़े, जिसमें वो हार गईं। लोकसभा चुनाव में भी वो असफल रही। 2019 के भारतीय आम चुनाव में वह एम करुणानिधि की बेटी कनिमोझी के से हार गई थीं।