आज कांग्रेस का 137वां स्थापना दिवस है. इस मौके पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी का झंडा फहरा रही थीं और झंडा नीचे गिर गया. कांग्रेस का झंडा सोनिया गांधी के हाथ पर आ गिरा.बता दें कि कांग्रेस का स्थापना दिवस मनाने के लिए पार्टी के नेता और कार्यकर्ता दिल्ली में कांग्रेस के मुख्यालय पर इकट्ठा हुए थे.
इस कार्यक्रम में आज वंदे मातरम गाया गया. जिसके बाद सोनिया गांधी ने कार्यक्रम में मौजूद कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात की.कांग्रेस के स्थापना दिवस पर सोनिया गांधी ने एक संदेश जारी किया. जिसमें उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस का स्थापना दिवस बड़े व्यापक रूप से मनाया जा रहा है.कांग्रेस केवल एक राजनीतिक पार्टी का ही नाम नहीं है बल्कि कांग्रेस एक आंदोलन का नाम है.
कांग्रेस की स्थापना किन परिस्थितियों में हुई ये मुझे बताने की जरूरत नहीं है. आजादी के आंदोलन में कांग्रेस और इसके नेताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जेलों में कठोर यातनाएं झेलीं और बहुत से देशभक्तों ने अपने प्राणों तक का बलिदान दे दिया तब जाकर हमें कहीं आजादी मिली.सोनिया गांधी ने कहा कि जिन लोगों ने आजादी के आंदोलन में भागीदारी नहीं की वे इसकी कीमत कभी नहीं समझ सकते.
आज भारत की उस मजबूत बुनियाद को कमजोर करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है. इतिहास को झुठलाया जा रहा है. हमारी गंगा-जमुनी संस्कृति को मिटाने की कोशिश हो रही है. देश का आम नागरिक असुरक्षित महसूस कर रहा है. लोकतंत्र और संविधान को दरकिनार किया जा रहा है, ऐसे में कांग्रेस चुप नहीं रह सकती.
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस किसी को भी देश की विरासत को नष्ट करने नहीं देगी. आम लोगों के लिए, लोकतंत्र की रक्षा के लिए, देश विरोधी और समाज विरोधी साजिशों के खिलाफ हर संघर्ष करेंगे. हर कुर्बानी देंगे. आज के इस अवसर पर एक-एक कांग्रेस जन यही संकल्प लेता है कि कांग्रेस के संगठन को मजबूत बनाना है.