राजनाथ सिंह इस हफ्ते चीन बॉर्डर का दौरा करेंगे। इस दौरान, राजनाथ रिमखिम सेक्टर में मौजूद इंडियन तिब्बत बॉर्डर पुलिस यानी आईटीबीपी की 12,500 फीट ऊंची पोस्ट भी जाएंगे। बता दें कि सिक्किम के डोकलाम एरिया में दोनों देशों के बीच करीब तीन महीने चले डोकलाम विवाद के बाद नरेंद्र मोदी सरकार के किसी मंत्री का चीन से लगने वाली बॉर्डर का यह पहला दौरा है।
यूनियन होम मिनिस्टर इस दौरान आईटीबीपी के जवानों से भी मुलाकात करेंगे।न्यूज एजेंसी के मुताबिक, 25 जुलाई को चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों ने उत्तराखंड के चमौली में घुसपैठ की थी। चीन के ये सैनिक भारतीय सीमा में करीब 800 मीटर घुस आए थे। इन्हें आईटीबीपी के सैनिकों ने वापस खदेड़ दिया था।
राजनाथ का चार दिन का यह दौरा 28 सितंबर से शुरू होगा। इस दौरान वो आईटीबीपी की कई पोस्ट्स पर भी जाएंगे। वो उस खास बॉर्डर एरिया बाराहोटी भी जाएंगे जहां चीन ने घुसपैठ की थी। होम मिनिस्टर रिमखिम (12,500 फीट), माना (10,500 फीट) और औली (10,200 फीट) पर मौजूद आईटीबीपी की पोस्ट्स का दौरा करेंगे।
होम मिनिस्ट्री के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को यह जानकारी दी है।राजनाथ लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन भी जाएंगे। यहां वो प्रोबेशनरी आईएएस और आईपीएस के अलावा दूसरी सर्विसेज के अफसरों से भी मिलेंगे।बॉर्डर पर तैनात अफसरों के साथ होम मिनिस्टर सिक्युरिटी रिव्यू करने के साथ ही एक सैनिक सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे।
इस इलाके में चल रहे इन्फ्रास्ट्रक्चर का जायजा भी राजनाथ ले सकते हैं।भारत और चीन के बीच कुल 3,488 किलोमीटर लंबी बॉर्डर है। इसमें से जम्मू-कश्मीर (1,597 किमी.), हिमाचल प्रदेश (200 किमी.), उत्तराखंड (345 किमी.), सिक्किम (220 किमी.) और अरुणाचल (1,126 किमी.) लंबी है।डोकलाम विवाद की वजह यह थी कि चीन सिक्किम से लगने वाले भूटान बॉर्डर में एक सड़क बनाना चाहता था।
भूटान ने भारत की मदद मांगी। भारतीय सेना ने चीन को रोक दिया। दो महीने से ज्यादा वक्त तक दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने रहे। आखिरकार बातचीत के बाद दोनों सेनाएं अपने-अपने इलाके में लौट गईं।भारत चीन से लगने वाली बॉर्डर के करीब 73 सड़कें बना रहा है। इसमें से 27 रोड होम मिनिस्ट्री बना रही है। इनकी दूरी 804.93 किलोमीटर है। इस प्रोजेक्ट पर 1,937 करोड़ रुपए खर्च होंगे।