राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चार्ज संभाल लिया। उन्हें कांग्रेस प्रेसिडेंट चुनाव के रिटर्निंग अफसर मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने सर्टिफिकेट दिया। इससे पहले राहुल, सोनिया गांधी के साथ पार्टी दफ्तर पहुंचे थे। प्रोग्राम में प्रियंका-राहुल वाड्रा, मनमोहन सिंह समेत कई राज्यों से आए कांग्रेस नेता और वर्कर्स मौजूद रहे।
पार्टी ऑफिस के बाहर कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़कर और मिठाई बांटकर जश्न मनाया।बता दें कि 11 दिसंबर को राहुल कांग्रेस के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए थे। राहुल प्रेसिडेंट पोस्ट संभालने वाले नेहरू-गांधी परिवार के छठे और कांग्रेस के 60वें मेंबर हैं। राहुल के प्रेसिडेंट बनने से पहले सोनिया गांधी 19 साल (1998-2017) कांग्रेस प्रेसिडेंट रहीं।
राहुल 2013 में पार्टी के वाइस प्रेसिडेंट बने थे।राहुल के पदभार संभालने से पहले कांग्रेस मुख्यालय के बाहर उनके बैनर-पोस्टर लगाए गए। देशभर से पार्टी वर्कर जश्न में शामिल होने के लिए 24 अकबर रोड पर इकट्ठे हुए।कांग्रेस वर्कर्स पटाखे फोड़कर और मिठाई बांटकर जश्न मना रहे हैं। ढोल-नंगाड़ों के साथ डांस कर रहे हैं।
दिल्ली के 24 अकबर रोड पर कांग्रेस पार्टी का हेडक्वार्टर है। 32 साल पहले राजीव गांधी ने अध्यक्ष के तौर पर इस कमरे में बैठना शुरू किया था। उनके बाद नरसिम्हा राव, सीताराम केसरी और फिर सोनिया गांधी बैठीं।सोनिया-राहुल के चैंबर एसपीजी के पहरे में हैं। हर सोमवार जांच के बाद सील लगती है। विजिट से एक दिन पहले जांच होती है।
राहुल के पद संभालने से पहले गुरुवार, शुक्रवार को दोनों दिन जांच हुई।अध्यक्ष के चैंबर में 3 कमरे हैं, दो विजिटर्स और स्टाफ के लिए। शनिवार से राहुल गांधी भी यहीं बैठेंगे।19 साल बाद 10 जनपथ (सोनिया का घर) पावर सेंटर नहीं होगा। 12 तुगलक लेन स्थित राहुल के घर फाइलें और स्टाफ शिफ्ट होगा।
अब सोनिया की जगह उनकी नेम प्लेट लगेगी।पार्टी में रोल के बारे में पूछने पर सोनिया गांधी ने कहा मैं रिटायर हो रही हूं। इसे राजनीति से रिटायरमेंट का ऐलान माना गया। पर पार्टी ने कहा- सोनिया सिर्फ अध्यक्ष पद से रिटायर हो रही हैं।