फोन टैपिंग मामले में राहुल गांधी ने दिया लोकसभा अध्यक्ष को स्थगन प्रस्ताव

राहुल गांधी तथा विपक्ष के कई अन्य नेताओं ने फोन टैपिंग मामले में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को स्थगन प्रस्ताव दिया है।कांग्रेस के सूत्रों ने बुधवार को बताया कि गांधी तथा विपक्ष के नेताओ ने इस मुद्दे पर संसद में चर्चा करानी की मांग की है।

विपक्ष ने मामले को गंभीर बताते हुए उसकी जांच की मांग की है लेकिन सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है इसलिए आगे की रणनीति पर विचार के लिए आज विपक्ष के नेताओं ने एक बैठक बुलाई है जिसमे गांधी के भी मौजूद होने की उम्मीद है।

गौरतलब है कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल इस मामले की जांच की मांग कर रहे हैं और इस मुद्दे पर संसद में हंगामा हो रहा है। इस वजह से मानसून सत्र में एक दिन भी संसद में कामकाज नहीं हो सका है।असम-मिजोरम विवाद पर कांग्रेस के रिपुन बोरा ने राज्यसभा में निलंबन नोटिस दिया है।

विपक्षी नेताओं ने बुधवार को राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्षों में मुलाकात की जहां राहुल गांधी भी मौजूद थे। उन्होंने फैसला किया कि विपक्षी दल जासूसी मामले में जांच के आदेश देने के लिए सरकार पर दबाव डालेंगे।

कांग्रेस के नेतृत्व वाली विपक्षी पार्टियों ने मंगलवार को सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी। उच्च सदन में कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा ने कहा, एक बात बहुत स्पष्ट है, कि संसद में गतिरोध का दोष पूरी तरह से सरकार के दरवाजे पर है।

सरकार को सार्थक चर्चा और बहस में कोई दिलचस्पी नहीं है। यह सरकार संसद के माध्यम से भारत के लोगों के प्रति अपनी जवाबदेही में विश्वास नहीं करती है।उन्होने कहा,विपक्ष को सदन के अंदर ब्लैक आउट किया जा रहा है, इसलिए मीडिया के माध्यम से हम अपने लोगों से कहना चाहते हैं, हम इस लड़ाई को जारी रखेंगे।

सरकार जैसी है वैसी ही अडिग है, हम उन्हें मजबूर करेंगे, जैसा कि एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में किया जाता है। आओ और बहस करें, अगर सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है, तो उन्हें आज ही बहस शुरू करने दें, विपक्ष तैयार है।

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