कांग्रेस ने पेट्रोल, डीजल और गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमत पर केंद्र व केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है।कांग्रेस नेताओं ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल, डीजल व गैस सिलेंडर के मूल्य में भारी वृद्धि ने देशवासियों की कमर तोड़ दी है जिसका कांग्रेस पार्टी विरोध करती है।
पेट्रोलियम पदार्थों में अत्यधिक वृद्धि के साथ दिल्ली में जहां पेट्रोल 88.99 रु पए प्रति लीटर, डीजल 79.35 रु पए प्रति लीटर हो गया है वहीं पिछले दो महीनों में 175 रुपए प्रति सिलेंडर की कीमत में वृद्धि के साथ 769 रु पए प्रति सिलेंडर दिल्ली के उपभोक्ताओं को मिल रहा है।
इस दोहरी मार से प्रत्येक मध्यम एवं निम्न वर्गीय भारतवासी की रसोई का बजट बिगड़ चुका है।इस मुद्दे पर प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक अलका लाम्बा और प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमृता धवन ने कहा कि पिछले एक वर्ष के दौरान पेट्रोल और डीजल के उत्पाद शुल्क में 66 फीसद की वृद्धि हुई है।
उन्होंने एक तुलनात्मक आंकड़ों में बताया कि 2014-15 केंद्र सरकार को पेट्रोलियम पदार्थों से 1,72,065 करोड़ का राजस्व प्राप्त होता था, जबकि 2019-20 में यह लगभग दुगना बढ़कर 3,34,314 करोड़ रु पए हो गया।
वहीं दिल्ली सरकार को वैट टैक्स के जरिए 2014-15 में 2798 करोड़ रुपए राजस्व अर्जित किया था जो 2019-20 में बढ़कर 3,833 करोड़ रुपए हो गया, मतलब दिल्ली सरकार के टैक्स कलेक्शन में 37 फीसद का इजाफा हुआ।
अल्का लाम्बा ने कहा कि भाजपा की मोदी सरकार ने दिसम्बर 2020 से आज तक प्रति गैस सिलेंडर पर 175 रुपए की वृद्धि की गई है। कोविड-19 लॉकडाउन के पूरे वर्ष में जब पूरी दुनिया जद्दोजहद कर रही थी उस वक्त मोदी सरकार ने देशवासियों पर विभिन्न प्रकार के टैक्सों व अन्य प्रकार से मंहगाई बढ़ाकर आम जनता को गरीबी में ढकेला व सरकार की तिजोरी भरी।
सरकार के विरोध में प्रदेश महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कनॉट प्लेस के राजीव चौक पर गैस सिलेंडर, पेट्रोल और डीजल की बढ़ी दरों के खिलाफ विरोध प्रदशर्न किया और वहां मौजूद महिलाओं से भी महंगाई को लेकर बातचीत की।