यूपी विधान परिषद की 13 सीटों के लिए शुक्रवार सुबह 9 बजे से तिलक हाल में मतदान शुरु हो गया जो अपराह्न 4 बजे तक चलेगा. मतगणना शाम 5 बजे शुरू होगी.उत्तर प्रदेश विधान परिषद की रिक्त हो रही 13 सीटों के लिए 14 प्रत्याशी मैदान में हैं. विधान भवन के तिलकहाल में मतदान की व्यवस्था की गई है. मतदान के मद्देनजर विधान भवन के आसपास पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई है. नतीजों का एलान शनिवार 11 जून को ही होगा.
विधान परिषद चुनाव में बीजेपी की तरफ से एक अतिरिक्त प्रत्याशी दयाशंकर सिंह को मैदान में उतार दिए जाने की वजह से चुनाव कराया जा रहा है. राज्य विधान परिषद चुनाव के लिए सपा ने आठ, बसपा ने तीन और भाजपा ने दो और कांग्रेस ने एक उम्मीदवार को मैदान में उतारा है.विधान परिषद के लिए सपा से यशवंत सिंह बुक्कल नवाब, रामसुंदर दास निषाद, बलराम यादव, जगजीवन प्रसाद, शतरूद्र प्रकाश, कमलेश पाठक और रणविजय मैदान में हैं.
जबकि बसपा के अतर सिंह राव, दिनेश चन्द्र और सुरेश कश्यप प्रत्याशी हैं. बीजेपी के भूपेन्द्र चौधरी और दयाशंकर सिंह और कांग्रेस के दीपक सिंह प्रत्याशी हैं.सपा को अपने सभी आठ उम्मीदवारों को विधान परिषद के चुनाव में जिताने के लिए 232 मतदाताओं की जरुरत है, जबकि सपा सदस्यों की संख्या 229 है. ऐसे में आठवें उम्मीदवार को जिताने के लिए तीन अतिरिक्त वोट और जरूरत होगी.
कांग्रेस अपने बलबूते विधान परिषद की एक सीट तो जीत सकती है लेकिन राज्यसभा में उसके उम्मीदवार के लिए पांच वोटों की अतिरिक्त जरूरत पड़ेगी.इस चुनाव में मतों की वरीयता के आधार पर नतीजे घोषित किये जाते हैं. प्रथम वरीयता में जीतने वाले उम्मीदवार को आवश्यकता पर मत नहीं मिलने पर दूसरी वरीयता के मत गिने जाते हैं और उस आधार पर नतीजों का एलान किया जाता है.
इससे पूर्व विधानपरिषद और राज्यसभा चुनाव को लेकर राजधानी में राजनीतिक सरगर्मी गुरुवार को चरम पर रही. अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए सपा, बीजेपी, बसपा व कांग्रेस ने कई-कई चरणों में बैठकें और डिनर डिप्लोमेसी की. राज्यसभा में निर्दल प्रत्याशी प्रीती महापात्रा, तो विधानपरिषद चुनाव में भाजपा के दयाशंकर सिंह के नामांकन ने ही मतदान के हालात बनाये हैं.
दोनों ही चुनाव में राजनीतिक दलों में क्रासवोटिंग की चर्चाएं गर्म हैं.मतदान के मद्देनजर विधानसभा सचिवालय ने गुरुवार को तैयारी को अंतिम रूप दे दिया. चुनाव के लिए विधायकों का मतदान पूर्णतया गुप्त होगा. इसके लिए निर्वाचन अधिकारी प्रदीप कुमार दुबे ने बाकायदा सभी विधायकों को निर्देश भी जारी किया.