50वें विजय दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 1971 के युद्ध के दौरान भारत के सशस्त्र बलों के बलिदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।भारत ने इस युद्ध में पाकिस्तान को मात दी थी। इसी युद्ध के बाद बांग्लादेश अस्तित्व में आया था। इस दिन को ‘विजय दिवस’ के तौर पर मनाया जाता है।
1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में वर्ष 2021 को स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा 50वें विजय दिवस पर, मैं मुक्तिजोद्धाओं, वीरांगनाओं और भारतीय सशस्त्र बलों के वीरों द्वारा महान वीरता और बलिदान को याद करता हूं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 50वें विजय दिवस के मौके पर कहा कि 1971 का भारत-पाक युद्ध भारतीय सेना के इतिहास में स्वर्णिम अध्याय है। सिंह ने युद्ध में शहीद हुए सैन्य कर्मियों को भी श्रद्धांजलि दी।उन्होंने ट्वीट किया स्वर्णिम विजय दिवस के मौके पर हम 1971 के युद्ध में अपने सैन्य कर्मियों के पराक्रम और बलिदान को याद करते हैं। 1971 का युद्ध भारतीय सेना के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है।
हमें अपने सैन्य बलों और उनकी उपलब्धियों पर गर्व है। लगभग 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने 16 दिसंबर, 1971 को भारतीय सेना और मुक्ति वाहिनी की संयुक्त सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था, जिसने बांग्लादेश के गठन का मार्ग प्रशस्त किया।भारत विजय दिवस की 50वीं वर्षगांठ मनाने के लिए कई कार्यक्रम भी आयोजित कर रहा है।