कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट का खतरा दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि ये वैरिएंट कम से कम 23 देशों में फैल चुका है और इसके अन्य देशों को प्रभावित करने की भी पूरी आशंका है. WHO प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रेयसस ने कहा कि ओमिक्रॉन WHO के छह में से पांच क्षेत्रों के कम से कम 23 देशों में पैर पसार चुका है.
उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट अभी कहीं ज्यादा देशों में फैलेगा.कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट एकदम से दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गया है. कई हेल्थ एक्सपर्ट्स ने ओमिक्रॉन को डेल्टा वैरिएंट से भी घातक बताया है. ओमिक्रॉन के चलते दुनिया के कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका यात्रा को सीमित कर दिया है.
कोविड का यह वैरिएंट वैक्सीन लगवा चुके लोगों के बीच भी तेजी से फैल रहा है. WHO का कहना है कि इससे संक्रमण बढ़ने का उच्च जोखिम है.दक्षिण अफ्रीका के नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज के कार्यकारी कार्यकारी निदेशक एड्रियन प्योरन ने कहा है, ‘हमने सोचा नहीं था यह डेल्टा वैरिएंट को पीछे छोड़ देगा.
ट्रांसमिशन के मामले में शायद यह स्पेशल वैरिएंट है. बता दें कि ओमिक्रॉन के बारे में ज्यादा जानकारी अभी नहीं है, जैसे कि यह कितना संक्रामक है, क्या यह टीकों को चकमा दे सकता है आदि.ओमिक्रॉन वैरिएंट सऊदी अरब में भी दस्तक दे चुका है. गल्फ देश में यह अपनी तरह का पहला मामला है.
बताया जा रहा है कि जिस व्यक्ति में ओमिक्रॉन के लक्षण दिखे हैं, वह कुछ ही दिनों पहले उत्तरी अफ्रीका से लौटा था. संक्रमित व्यक्ति को कड़ी निगरानी में रखा गया है. वहीं इसके संपर्क में आए लोगों को भी क्वारंटीन कर दिया गया है.