पुडुचेरी ने कोविड -19 के मामलों में बढ़ोत्तरी को देखते हुए 23 अप्रैल से 26 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है।केंद्रशासित प्रदेश में लॉकडाउन लागू करने का निर्णय देर रात राजभवन में आयोजित पुडुचेरी के उपराज्यपाल (अतिरिक्त प्रभार), तमिलासाई साउंडराजन की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया।
बुधवार से दोपहर 2 बजे के बाद सभी दुकानें बंद रहेंगी और रेस्तरां में दोपहर 2 बजे से केवल खाना ले जाने की अनुमति होगी। पुडुचेरी ने मंगलवार से रात 10 बजे से सुबह 5 बजे के बीच रात का कर्फ्यू लगाया है।स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पुडुचेरी में मंगलवार तक 4,692 सक्रिय मामले हैं।
केंद्रशासित प्रदेश की मृत्यु दर सोमवार को 1.5 प्रतिशत को छू गई है जो राष्ट्रीय औसत 1.2 प्रतिशत से ऊपर है।पुडुचेरी मुख्यालय में 572 के साथ सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। काराक्कल में 84 मौतें और उसके बाद यनम में 45 मौतें और माहे में 12 लोगां की मौत हुई है।
हैरानी की बात यह है कि केंद्रशासित प्रदेश की रिकवरी दर 88.8 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय औसत 86 प्रतिशत से ऊपर है।पुडुचेरी केंद्र शासित प्रदेश से कुल 48,336 मामले सामने आए, जिनमें 42,931 मरीज रिकवर हो गये हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने टेस्ट के लिए 7.33 लाख नमूने भेजे हैं, जिनमें से 6.66 लाख नमूने नेगेटिव और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी की आधी से अधिक जनसंख्या का कोविड के टेस्ट हो चुका है। पुडुचेरी की आबादी 14 लाख लोगों की है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण निदेशालय की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि उसने अब तक कोविड के टीके 30,202 स्वास्थ्य कर्मियों, 17,961 फ्रंटलाइन वर्कर और 1,08 लाख अन्य लोगों को लगाए हैं। वहीं कुल 1.55 लाख लोगों को टीके लगाए गए हैं।