बिहार में अवैध शराब को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने नीतीश सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि कहीं न कही कमी है, ऐसे में अब इस कानून की समीक्षा होना चाहिए.
शराबबंदी को लेकर मांझी ने बिहार सरकार को घेरते हुए कहा कि इस कानून में कोई न कोई कमी है, जिस वजह से इस कानून की वजह से गरीब लोग जेल जा रहे हैं. इसी वजह से अब इस कानून की समीक्षा होना चाहिए.
गरीब लोग अगर कहीं जाते हैं, तो वो शराब पी लेते हैं. जिस वजह से उन्हें जेल में डाल दिया जाता है. इस समय करीब दो लाख गरीब लोग जेल में हैं. उनके परिवार की स्थिति ठीक नहीं है. ऐसे में सरकार को चाहिए कि इन लोगों के ऊपर लगे केस को हटा देना चाहिये.
वहीं, अपनी दिल्ली यात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था, इस पत्र में उन्होंने तीन मुद्दों पर ध्यान देने की बात कही थी. इसमें दशरथ मांझी को भारत रत्न, निजी क्षेत्र में आरक्षण और न्यायपालिका में आरक्षण शामिल है.ऐसे में वो इन्हीं मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री से मिलेंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि गृहमंत्री से मिलने से पहले एक कमेटी का गठन कर दिया गया है. ऐसे में वो गृहमंत्री से मिलकर अपनी रखेंगे.
इधर, राज्य में अफसरशाही को लेकर भी उन्होंने नीतीश सरकार को घेरते हुए कहा कि मैंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा था कि MLA और MLC की इज्जत लोगों के बीच तभी बढ़ेगी, जब अफसर उनकी बात सुनेंगे और जनता के कामों में मदद लेंगे. राज्य में इस समय अफसरशाही है और 20 से 25 प्रतिशत अधिकारी MLA और MLC की बात नहीं सुनते हैं.