जेडीयू के एमएलसी तनवीर अख्तर का कोरोना से हुआ निधन

जेडीयू के एमएलसी तनवीर अख्तर का निधन हो गया. तनवीर कोरोना से संक्रमित थे. कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद 23 अप्रैल से ही उनका इलाज चल रहा था. हालत बिगड़ने पर उन्हें पटना के कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल आईजीआईएमएस में भर्ती कराया गया था, जहां आज उनकी मौत हो गई.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधान पार्षद तनवीर अख्तर के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि ‘बिहार विधान परिषद के सदस्य मोo तनवीर अख्तर जी का निधन अत्यंत दुखद है. वे एक कुशल राजनेता थे.

उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें जन्नत में आला मकाम अता करें.

बता दें कि तनवीर अख्तर पहले बिहार कांग्रेस के उपाध्यक्ष थे. इसके पहले वे बिहार युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे. देश-राज्य में बिगड़ती स्थिति को देख कांग्रेस के 4 विधान पार्षदों ने जदयू का दामन थामा था.

इसमें अशोक चौधरी के नेतृत्व में तनवीर अख्तर, दिलीप चौधरी, रामचंद्र भारती शामिल थे.vयह 2018 की बात है. बाद में वे जदयू में आए. अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष बने. तनवीर अख्तर 2016 में विधानसभा कोटे से एमएलसी बने थे.

उनका कार्यकाल जुलाई 2022 तक था.  उनके अचानक निधन से सियासी गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है.पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी तनवीर अख्तर के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने कहा कि एमएलसी तनवीर अख्तर साहब के निधन की सूचना से आहत हूं.

वह एक बेबाक और हर दिल अजीज इंसान थे. खुदा उनको जन्नतुल फिरदौस में ऊंचा मुकाम दें. मांझी ने कहा कि बिहार ने एक महान समाजिक कार्यकर्ता एवं शिक्षाविद खो दिया, उनके निधन से में बेहद दुखी हूं.

उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने भी एमएलसी तनवीर अख्तर के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा ‘तनवीर अख्तर के निधन से अपूर्णीय क्षति हुई है. शिक्षा और सामाजिक कार्य क्षेत्र में तनवीर अख्तर की कमी खलेगी. तनवीर अख्तर के निधन से मर्माहत हूं’

तनवीर अख्तर बेहद मिलनसार, हरदिल अजीज और विनम्र इंसान थे. वे कभी विवादों में नहीं रहे. शांति से अपना काम करना, कभी कोई दिखावा नहीं, राजनीति में उनका एक अलग व्यक्तित्व था. राजनीति-समाज सेवा उनके रग-रग में थी.

उनके सहपाठी रहे विधान पार्षद देवेश ठाकुर नम होकर कहते हैं ‘वे 1991 में NSUI से पहले और एकमात्र JNU छात्र संघ के अध्यक्ष बने. उनके निधन पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी  गहरा दुख जताया है.

वहीं, बीजेपी एमएलसी संजय मयूख ने कहा कि तनवीर अख्तर के निधन से सामाजिक और शिक्षा के क्षेत्र में अपूर्णीय क्षति हुई है. बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने भी तनवीर अख्तर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है और परिवार के प्रति अपनी संवेदना जताई है.

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