अरूण जेटली ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बरसते हुए कहा कि विकास पर बहस का समय समाप्त हो गया है क्योंकि यह साबित हो गया है कि गुजरात पहले नंबर पर है जबकि बिहार का स्थान 21वां है।जेटली ने कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद पर आरोप लगाया कि उन्होंने बिहार चुनावों के लिए कांग्रेस के साथ गठजोड़ कर राम मनोहर लोहिया की विरासत को नष्ट किया है और पिछले 25 साल में सत्ता में रहने के दौरान दोनों नेता राज्य को विकास के पथ पर आगे बढाने में नाकाम रहे हैं।
जेटली ने कहा, ‘नीतीश जी कहते हैं कि हम विकास के मुद्दे पर बहस करें। वहां बहस करने को क्या है? बहस पूरी हो गयी है। गुजरात पहले नंबर पर है और बिहार 21वें स्थान पर है। अर्थव्यवस्था आंकड़ों के जरिए स्पष्ट होती है, न कि बहस के जरिए।’ जेटली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर भाजपा के युवा प्रकोष्ठ भाजयुमो के राष्ट्रव्यापी ‘पंच क्रांति अभियान’ की शुरूआत कर रहे थे।
महागठबंधन के सहयोगियों पर निशाना साधते हुए जेटली ने कहा कि जिन नेताओं ने हमेशा कांग्रेस का विरोध करने वाले समाजवादी नेता लोहिया के नाम पर राजनीति की, आज वे संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन संबोधित करने के लिए कांग्रेस के कार्यालय में बैठते हैं। उन्होंने कहा, ‘जो लोग लोहिया के नाम पर राजनीति करते हैं, वे अब संवाददाता सम्मेलन करने के लिए रोज एआईसीसी जा रहे हैं। इन लोगों द्वारा डा लोहिया की विरासत को नष्ट कर दिया गया है..।’
जेटली ने यह भी कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को महागठबंधन की एक हालिया रैली में ‘वार्म अप’ वक्ता की भूमिका दी गयी। उन्होंने कहा कि संसद की कार्यवाही को बाधित करने वाली विपक्षी पार्टी कई राज्यों में और कमजोर होगी। वित्त मंत्री ने बिहार में विकास के मुद्दे पर बहस की खातिर प्रधानमंत्री को चुनौती देने के लिए भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा और कहा कि व्यापार करने में आसानी के संबंध में विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार बिहार 21वें नंबर पर है जबकि गुजरात शीर्ष पर है।उन्होंने दावा किया कि विधानसभा चुनावों के पहले बिहार में समीकरण बदल गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियां आगामी विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करेंगी।