पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेस इंटेलिजेंस ने भारत के खिलाफ फिर से साजिश रचना शुरू कर दिया है. खबरों के मुताबिक, ISI तालिबानी आतंकियों को कश्मीर भेज रही है. करीब 40 से 50 आतंकियों को LOC के पास देखा गया है.
आने वाले दिनों में आतंकी बड़े पैमाने पर घुसपैठ की वारदातों को अंजाम दे सकते हैं. अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पहली बार ISI की भारत विरोधी साजिश के स्पष्ट संकेत मिले हैं. पता चला है कि 40-50 आतंकवादियों के गिरोह को रावलाकोट से पुंछ के सामने कहूटा के पास लाया गया है.
सभी आतंकियों के अफगान मूल के होने की खबर है. इस जानकारी के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं. सीमा पर जवानों को चौकस रहने को कहा गया है.कश्मीर में घुसपैठ के इरादे से आतंकियों को सिविल बसों से LOC तक लाया गया है.
सभी जैश-ए-मोहम्मद में शामिल होकर कश्मीर में दाखिल होने का प्रयास कर सकते हैं. अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद से ही यह आशंका जताई जा रही है कि पाकिस्तान तालिबान के सहारे भारत विरोधी साजिशों को अंजाम दे सकता है.
हालांकि, तालिबान की तरफ से कहा गया है कि वो अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी देश के खिलाफ नहीं होने देगा, लेकिन उसकी बातों पर यकीन करना मुश्किल है.दरअसल जम्मू-कश्मीर में सेना की सख्ती से पाकिस्तानी आतंकियों का नेटवर्क ध्वस्त हो गया है.
ऐसे में तालिबान की बढ़ती ताकत से पाकिस्तान को लगता है कि वो कश्मीर को दहला सकता है. हाल में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और ISI की करीबी नेता ने टीवी चैनल पर कहा था कि तालिबान कश्मीर में हमारी सहायता करेगा. डिफेंस एक्सपर्ट्स भी मानते हैं कि 20 सालों बाद तालिबान का सत्ता में आना, भारत के लिए खतरे की घंटी हो सकता है.