पुलवामा हमले में देश ने अपने 40 से ज्यादा जवानों को खोया था. उनमें से ही एक थे कश्मीर में 55 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल. शहादत के समय उनकी शादी को केवल 9 महीने ही हुए थे.
उनकी 27 वर्षीय पत्नी निकिता कौल ढौंडियाल विधवा हो गई थीं, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और आज वह पूरे जोश के साथ इंडियन आर्मी में शामिल हो गई हैं.मेजर की पत्नी होने के नाते निकिता ने ना केवल अपने दुख को सहा, बल्कि उन्होंने पति की मौते के बाद सेना में जाने का फैसला लिया.
पूरी तैयारी के साथ इंटरव्यू और एग्जाम क्लियर कर लेफ्टिनेंट पद पर तैनात होने के लिए ट्रेनिंग भी शुरू कर दी. उनकी मेहनत रंग लाई और निकिता कौल आज लेफ्टिनेंट निकिता कौल बन गईं.
मेजर विभूति की शहादत के महज 3 महीने बाद ही निकिता ने शार्ट सर्विस कमीशन का फॉर्म भरा. एग्जाम पास कर सर्विस सेलेक्शन बोर्ड में इंटरव्यू दिया. इंटर्व्यू भी क्लियर कर लिया और फिर कमीशन के ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी, चेन्नई में ट्रेनिंग पूरी की. अब निकिता ने लेफ्टिनेंट के तौर पर आर्मी जॉइन कर ली है.
इस बात में कोई शक नहीं कि निकिता ने लाखों महिलाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी है. बताया जा रहा है कि निकिता सामाजिक कार्यों में भी हमेशा आगे रही हैं. पिछले साल ही उन्होंने हरियाणा पुलिस को एक हजार PPE किट्स दिलाए थे. उस दौरान हरियाणा सीएम मनोहर लाल ने भी उन्हें धन्यवाद किया था.