भारत ने चीन के नागरिकों को इलेक्ट्रॉनिक टूरिस्ट वीजा नहीं देने का फैसला किया है. इसके अलावा कनाडा , यूनाइटेड किंगडम , ईरान, मलेशिया , इंडोनेशिया और सऊदी अरब के नागरिकों को भी अब भारत ई-वीजा नहीं देगा.
हालांकि ताइवान, वियतनाम, सिंगापुर और अमेरिका समेत 152 अन्य देशों के नागरिक अभी भी ई-वीजा ले पाएंगे. इससे पहले भारत ने 171 देशों के नागरिकों को ई-वीजा की सुविधा दी हुई थी. माना जा रहा है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ लद्दाख में चल रहे तनाव के बीच भारत सरकार ने ये फैसला किया है.
पिछले 1 साल में लद्दाख के अलावा अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी चीन और भारत के सैनिक आमने-सामने खड़े दिखाई दिए.जान लें कि भारत ने 2015-16 में चीनी पर्यटकों के लिए प्रायर रेफरल कैटेगरी नियमों में ढील दी थी और चीन को ई-वीजा पाने वाले 171 देशों के साथ शामिल किया था.
चीन, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, इराक, सूडान के अलावा पाकिस्तानी मूल के विदेशी पीआरसी के तहत आते थे. हालांकि, मार्च 2020 में यात्रा प्रतिबंधों की घोषणा के बाद कोविड-19 के प्रकोप के दौरान सभी टूरिस्ट ई-वीजा रद्द कर दिए गए थे.
गौरतलब है कि अगस्त 2020 में भारत की सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए नियमों में ढील दी थी और अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी और फ्रांस के नागरिकों को एयर बबल स्कीम के तहत भारत आने की अनुमति दी थी.
फिर दो महीने बाद इलेक्ट्रॉनिक, पर्यटक और चिकित्सा श्रेणियों को छोड़कर सभी वीजा के लिए प्रतिबंधों में और ढील दी गई थी.भारत सरकार की तरफ से जारी किए दिशा-निर्देशों के अनुसार, मौजूदा ई-वीजा और 6 अक्टूबर से पहले जारी किए गए पर्यटक वीजा निलंबित रहेंगे.