अफगानिस्तान में रह रहे भारतीयों को भारत ने तुरंत वापस बुलाया

भारत ने अफगानिस्तान में रह रहे भारतीयों से युद्धग्रस्त देश में वाणिज्यिक उड़ानें बंद होने से पहले तुरंत लौटने को कहा है। विदेश मंत्रालय ने एक सुरक्षा परामर्श में कहा कि जैसे-जैसे अफगानिस्तान में हिंसा बढ़ रही है, कई प्रांतों के लिए वाणिज्यिक हवाई सेवाएं बंद हो रही हैं।

विदेश मंत्रालय ने कहा, अफगानिस्तान में गए हुए, वहां रहने वाले और काम करने वाले सभी भारतीय नागरिकों को दृढ़ता से सलाह दी जाती है कि वे अफगानिस्तान के विभिन्न हिस्सों से वाणिज्यिक उड़ानों की उपलब्धता पर खुद को अपडेट रखें और अफगानिस्तान में अपने ठहरने के स्थान पर वाणिज्यिक उड़ानें बंद होने से पहले भारत लौटने के लिए तत्काल यात्रा व्यवस्था करें।

मंत्रालय ने कहा कि अफगानिस्तान से बाहर काम करने वाली भारतीय कंपनियों को हवाई यात्रा बंद होने से पहले अपने भारतीय कर्मचारियों को परियोजना स्थलों से बाहर निकालने की जोरदार सलाह दी जाती है।विदेश मंत्रालय ने कहा कि अफगान या विदेशी कंपनियों के कर्मचारियों को अपने नियोक्ताओं से भी परियोजना स्थलों से भारत वापस आने की सुविधा के लिए कहना चाहिए।

इससे पहले तालिबान के एक और हमले के बाद भारत ने मंगलवार को अफगानिस्तान के चौथे सबसे बड़े शहर मजार-ए-शरीफ से एक विशेष उड़ान के जरिए अपने नागरिकों को वापस बुलाने का फैसला किया है।मजार ए-शरीफ में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने एक ट्वीट में कहा, एक विशेष उड़ान मजार-ए-शरीफ से नई दिल्ली के लिए रवाना हो रही है।

मजार-ए-शरीफ और उसके आसपास के किसी भी भारतीय नागरिक से अनुरोध है कि वह आज देर शाम रवाना होने वाली विशेष उड़ान से भारत के लिए रवाना हो।इसने उन भारतीय नागरिकों से अपील की है, जो विशेष उड़ान से जाना चाहते हैं। उन्हें सूचित किया गया है कि वे अपना पूरा नाम और पासपोर्ट नंबर जैसे विवरण तुरंत वाणिज्य दूतावास को जमा करें।

करीब 1500 भारतीय इस समय अफगानिस्तान में रह रहे हैं।पिछले महीने भारत ने कंधार में अपने वाणिज्य दूतावास से लगभग 50 राजनयिकों और सुरक्षा कर्मियों को शहर के चारों ओर अफगान बलों और तालिबान लड़ाकों के बीच तीव्र संघर्ष के बाद वापस बुला लिया था।

बता दें कि अफगानिस्तान के कई प्रांतों पर कब्जा कर चुके तालिबानी आतंकवादी अब मजार-ए-शरीफ तक पहुंच गए हैं। अफगान सेना और तालिबान के बीच मजार-ए-शरीफ के बाहरी इलाके में भीषण युद्ध चल रहा है। संकट को भांपते हुए भारत ने मजार-ए-शरीफ से भारतीय नागरिकों को निकालने का फैसला किया है।

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