Covid-19 को मात देने के लिए डॉक्टर्स, फ्रंटलाइन वर्कर पूरी शिद्दत से डटे हुए हैं. हर कोई अपने तरीके से निपटने में लगा है. कोरोना से निपटने में सबसे अहम भूमिका टेस्टिंग की है. मौजूदा समय में टेस्टिंग करना और उसका परिणाम फौरन या जल्द दे सकना एक बड़ी चुनौती है लेकिन बिहार IIIT के छात्रों ने इसका हल तलाशा है.
छात्रों द्वारा बनाए गए सॉफ्टवेयर से कोरोना है या नहीं, इसके बारे में दो मिनट में पता चल जाएगा. इस सॉफ्टवेयर के जरिए मरीज के छाती के Xray और सिटी स्कैन की रिपोर्ट देखकर मजह दो सेकेंड में कोविड पॉजिटिव या निगेटिव रिपोर्ट बता देगा.
इससे न सिर्फ कोरोना, बल्कि टीबी, वायरल और बैक्टीरियल निमोनिया सहित सामान्य मरीजों का भी पता एक्सरे प्लेट से सेकेंड में पता चल जाएगा.इस अविष्कार को मान्यता देने की प्रक्रिया शुरू की गयी है. ICMR ने इसके लिए सलाहकार समिति का गठन किया है.
पटना एम्स में इस सॉफ्टवेयर की टेस्टिंग शुरू हो गई है. एम्स में अगले 2-3 दिनों तक कई कोविड मरीजों के एक्सरे और सिटी स्कैन इमेज की जांच कोविड डिटेक्टिंग सॉफ्टवेयर के जरिए की जाएगी.
इसके बाद मरीज के निगेटिव या पॉजेटिव होने की रिपोर्ट को सलाहकार समिति स्टडी करेगी. इसके बाद इस रिपोर्ट को ICMR को भेजा जाएगा. उम्मीद है कि आइसीएमआर सॉफ्टवेयर की मान्यता को लेकर अगले हफ्ते तक निर्णय ले सकता है.