उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में सुबह एक स्कूल वैन और ट्रेन की टक्कर हो गई है. यह हादसा एक मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर हुआ, जिसमें 13 बच्चों की मौत हो गई, जबकि 7 घायल हो गए. इस हादसे में रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है, क्योंकि जिस वक्त यह घटना हुई गार्ड वहां पर मौजूद नहीं थी.
जानकारी के मुताबिक, डिवाइन पब्लिक स्कूल की वैन बच्चों को लेकर स्कूल जा रही थी, तभी विशुनपुरा थाने के दुदही रेलवे क्रॉसिंग के पास थावे-बढनी पैसेन्जर ट्रेन से उसकी टक्कर हो गई. एडिनशल एसपी (कुशीनगर) हरिगोविंद मिश्रा ने घटना में मृतक बच्चों और घायलों के बारे में पुष्टि की. मृतकों में ड्राइवर भी शामिल है.
हादसे के चश्मदीद ने जी न्यूज से कहा कि जहां पर यह हादसा हुआ है, वहां पर एक मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग बनी हुई है. वहां पर एक गार्ड ट्रेन की आवाजाही पर झंडी देने के लिए खड़ा रहता है, लेकिन आज वहां कोई भी मौजूद नहीं था. उन्होंने बताया कि स्कूल वैन के ड्राइवर को इस बात का अंदाजा नहीं था कि ट्रेन आने वाली है, जिसके कारण यह हादसा हुआ.
हादसे की जानकारी मिलते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने गहन संवेदना व्यक्त की और सभी सहायता और चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए. इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने हादसे में मृत बच्चों के परिजनों के लिए 2-2 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है और हादसे की जांच के आदेश दिए हैं.
चश्मदीद ने बताया कि यह हादसा सुबह 6.15 से 6.30 के बीच हुआ. बच्चों की चीख-पुकार सुनकर आस-पास के लोग इक्ट्ठा हुए तो देखा स्कूल वैन गड्ढे में गिरी हुई थी. आनन-फानन में कुछ लोगों ने इस हादसे की जानकारी पुलिस को दी और घायल बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया.
स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूल वैन में सवार ज्यादातर बच्चे 10 साल या उससे कम उम्र के थे.हादसे के बाद जी न्यूज से बातचीत में यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा, हादसे के बारे में जानकार दुख हुआ. इस हादसे के जांच के आदेश जारी कर दिए हैं, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
हादसे के बाद स्थानीय लोगों के साथ विशुनपुरा थाने की पुलिस बचाव कार्य में जुटी रही. बताया जा रहा है कि हादसे की जानकारी मिलने के 2 से 3 घंटे बाद भी कोई रेलवे का अधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचा. स्थानीय लोगों ने रेलवे पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस क्रॉसिंग पर आए दिन हादसे होते रहते हैं.