गाजीपुर में पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए जो कीले लगाई थी, उनको हटाने की तस्वीर सामने आई हैं। यहां पर पिछले दिनों तीनों कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को रोकने के लिए बैरिकेड के पास कीले लगाई गई थी।
गाजीपुर की सीमा से उपलब्ध विजुअल ने मजदूरों को उन कीलों को हटाते देखा गया है, जोकि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस की किसान रैली के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा के बाद लगाई गई थी। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने स्पष्ट किया कि कीलों को हटाया नहीं जा रहा था।
दिल्ली पुलिस ने कहा वीडियो और तस्वीरें प्रसारित हो रही हैं, जिसमें यह दिखाया गया है कि गाजीपुर से कीलों को हटाया जा रहा है। ये सिर्फ बदनाम किए जा रहे हैं। सीमा पर व्यवस्था की स्थिति समान है।
हिंसा के दौरान दिल्ली पुलिस के लगभग 400 कर्मचारी घायल हुए थे। जिसके बाद बॉर्डरों पर अलग-अलग विरोध स्थलों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। हिंसा की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए वहां अर्धसैनिक बलों की उपस्थिति भी बढ़ाई गई थी।
दिल्ली पुलिस ने विशेष रूप से विरोध स्थलों को बंद कर दिया था और वहां बैरिकेडिंग बढ़ा दी थी। किसानों के ट्रैक्टरों को फिर से दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए कीलों भी लगाए गए थे।
इस बीच, केंद्र सरकार ने आज दिल्ली-एनसीआर के लिए 16 आरएएफ कंपनियों सहित सीआरपीएफ की 31 कंपनियों की तैनाती को दो सप्ताह के लिए बढ़ा दिया है। यह फैसला किसानों के चल रहे विरोध को देखते हुए लिया गया है।इसके अलावा, गाजीपुर विरोध स्थल पर पांचवें दिन भी इंटरनेट सेवाएं बाधित रहती हैं।
प्रदर्शनकारी नवंबर से दिल्ली-मेरठ राजमार्ग के पर डेरा डाले हुए हैं।किसान संघों की संयुक्ता किसान मोर्चा ने 6 फरवरी को देशव्यापी चक्का जाम का आह्वान किया है, जिसके दौरान प्रदर्शनकारी राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों के साथ-साथ सड़कों पर भी दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक अपनी मांग के समर्थन में प्रदर्शन करेंगे।