अदालत ने 2010 के कॉमनवेल्थ स्ट्रीट लाइट घोटाले के पांच आरोपियों को सजा सुनाई है.इनमें से मुख्य आरोपी टीपी सिंह एक प्राइवेट फर्म का एमडी का है. टीपी सिंह को छह साल जेल की सजा सुनाई गई है, वहीं अन्य चार आरोपियों को 4 साल जेल की सजा भुगतनी होगी.तीस हजारी कोर्ट की स्पेशल सीबीआई अदालत ने प्राइवेट कंपनी स्वेका पावरटेक इंजीनियर्स प्रा. लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर टीपी सिंह को 6 साल की सजा सुनाई.
जिन चार अन्य को 4 साल की सजा सुनाई गई है वह सभी एमसीडी के कर्मचारी हैं. कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारियों के प्रोजेक्ट में अनियमितता के मामले में ये पहली सज़ा है.दोषियों ने मामले में सजा सुनाते वक्त अदालत से नरम रुख अपनाने का आग्रह किया था. उनका तर्क था कि वे पहले ही ट्रायल के दौरान 11 महीने जेल में बिता चुके हैं.