बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जारी किया बीजेपी का घोषणापत्र

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने आज अपना घोषणापत्र जारी किया है. बीजेपी के संकल्प पत्र को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लॉन्च किया. इस मौके पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, बिहार सरकार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार, बिहार सरकार के मंत्री नंदकिशोर यादव, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष संजय जयसवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह,सांसद विवेक ठाकुर मंच पर मौजूद हैं.

घोषणापत्र लॉन्च करने के मौके पर कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि बीजेपी जो कहती है वो करती है. जो संकल्प पत्र जारी किया गया है उसे हर हाल में पूरा किया जाएगा. पिछले 15 सालों में राज्य ने बिहार को संवारा है.इस दौरान संजय जायसवाल ने कहा कि बीजेपी का आर्थिक उन्नति क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत को लेकर संकल्प में लिया गया है.

उसे संकल्प के साथ चलते हुए बिहार में आत्मनिर्भर बिहार का बीड़ा उठाया गया है. पिछले 15 वर्षों में एनडीए की सरकार में विकास को गति देने का जो काम किया गया है उसे आगे जारी रखा जाएगा.  शिक्षा की उन्नति स्वास्थ्य के ठोस उपाय सशक्त कृषि उत्पाद और किसान सबके समेत 11 संकल्प को बिहार की जनता के सामने रखा जा रहा है जिससे 19 लाख रोजगार के नए अवसर लोगों के सामने आएंगे.

11 संकल्पों के साथ एनडीए सरकार ने देश के सामने जो मिसाल रखा है उसमें जैसे ही कोरोना का टीका आएगा हर भारतवासी को निशुल्क टीकाकरण कराया जाएगा. बीजेपी ने घोषणा की है कि सभी तकनीकी शिक्षा जिसमें मेडिकल इंजीनियरिंग और दूसरी तकनीकी शिक्षा शामिल है उसे हिंदी भाषा में उपलब्ध कराया जाएगा. अगले 5 वर्षों में आईटी हब स्थापित करके बिहार में 500000 आईटी सेक्टर में रोजगार के  अवसर सृजित किए जाएंगे.

संजय जायसवाल ने घोषणा की अगर सरकार बनने के बाद दलहन की खरीद एमएसपी पर की जाएगी, दलितों को 2022 तक पक्के मकान दिए जाएंगे, दुग्ध आधारित 15 प्रोसेसिंग उद्योग लगाए जाएंगे, मक्का फल सब्जी,मखाना, मेंथा का व्यपार चेन बनाया जाएगा जिसमे 10 लाख रोजगार सृजित होंगे. कुल 19 लाख नए रोजगार के अवसर और एक करोड़ महिलाओं को स्वावलंबी बनाया जाएगा.

निर्मला सीतारमण ने कहा कि कठिन माहौल में भी कोरोना संक्रमण काल में जो मूलभूत जरूरतें थी लोगों की उसे पूरा किया गया. यह तभी संभव हो पाया जब लोगों के जीवन स्तर को बेहतर करने के लिए सब के अकाउंट खोले गए और डिजिटली उसे क्रियान्वित किया गया. 15 साल बनाम 15 साल का हम तुलना करें तो इससे कई बातें स्पष्ट होंगी.

बजट का जो साइज है वह 23000 करोड़ रुपए उनके समय से बढ़कर अब 2 लाख करोड़ रुपए का हो गया है. वित्त मंत्री ने कहा कि जंगलराज के समय में सबने देखा कि क्या स्तर था और अब के समय में किस तरीके से ऊंचाइयों पर चीजों को ले जाए जा रहा है. प्रति व्यक्ति आय और जहां 8000 था उनके 15 वर्षों में वह बढ़कर 43000 हो गया है.

उन्होंने कहा कि आरजेडी के शासनकाल में मात्र 22 फ़ीसदी बिजली उत्पादन था जबकि आज उत्पादन का एक विशेष स्तर हासिल किया गया हैयनिर्मला सीतारमण ने कहा कि कृषि वृद्धि दर 2.30 से बढ़कर 8.5 के स्तर पर पहुंच गया है. गैर कृषि उत्पादन क्षेत्र में 3.9 फ़ीसदी से बढ़कर 12 फ़ीसदी हो गए हैं. औद्योगिक उत्पादन के मामले में आरजेडी के शासन वाले 15 वर्षों में उपलब्ध ही नहीं है क्योंकि औद्योगिक उत्पादन आरजेडी के शासन में प्राथमिकता में ही नहीं था लेकिन फिलहाल 17 फ़ीसदी के स्तर पर यह पहुंच गया है.

Check Also

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को दिया एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने का निर्देश

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को 1 अप्रैल, 2023 तक एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *