वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में आम बजट 2022-23 पेश किया। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का चौथा बजट है।मध्य वर्ग को इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव को लेकर बड़ी उम्मीदें थीं, लेकिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण से यह अछूता रहा है। यह लगातार 7वां ऐसा बजट था, जिसमें इनकम टैक्स स्लैब पर कोई चेंज नहीं किया गया है।
इसके अलावा डिडक्शन को लेकर भी कोई राहत नहीं दी गई है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में बजट प्रस्तावों को मंजूरी दी। इससे पहले सुबह नॉर्थ ब्लॉक पहुंचकर निर्मला सीतारमण ने वित्त राज्य मंत्रियों भागवत कराड और पंकज चौधरी एवं मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक कर बजट को अंतिम रूप दिया।
इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्य मंत्री भागवत किशनराव कराड, पंकज चौधरी और वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने केंद्रीय बजट 2022-23 पेश करने से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की।संसद भवन परिसर में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में बजट पर मुहर लगाई जाएगी। इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 11 बजे लोकसभा में बजट पेश करेंगी।
बता दें कि इकॉनमिक सर्वे में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था अगले वित्त वर्ष (2022-23) में 8-8.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। वहीं, अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष के दौरान 9.2 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी, जो महामारी से पहले के स्तर के मुकाबले सुधार का संकेत है। इसका मतलब है कि वास्तविक आर्थिक उत्पादन का स्तर 2019-20 के कोविड-पूर्व स्तर को पार कर जाएगा।