कुपवाड़ा में हुए हिमस्खलन में बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) के एक इंजीनियर की मौत हो गई, जबकि 8 लोग लापता बताए जा रहे हैं। ऑफिशियल्स ने बताया था कि साधना टॉप एरिया के पास शुक्रवार को एवलॉन्च आया। उनके मुताबिक इस एवलॉन्च में एक कैब और दो पैदल जा रहे लोग लापता हो गए। कैब में 7 लोग बैठे थे। बता दें कि 12 दिसंबर को भी कुपवाड़ा में हिमस्खलन हुआ था, जिसमें एक जवान की मौत हो गई थी।
रेस्क्यू टीमों ने कैब से एक बच्चे को सुरक्षित निकाला था, जबकि 6 अन्य यात्री लापता हैं।एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब एवलॉन्च आया उस वक्त इलाके में बीआरओ के तीन इम्प्लॉइज भी मौजूद थे।एक इंजीनियर मंगला प्रसाद की मौत हो गई। उनके शव को बरामद कर लिया गया है। अन्य 8 लापता लोगों का पता लगाने के लिए ऑपरेशन जारी है।
तंगधार में हिमस्खलन के बाद सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। ऑपरेशन में आर्मी, पुलिस और रेस्क्यू टीमें लगाई गई हैं।ऑफिशियल के मुताबिक, हिमस्खलन में लापता लोगों के बचने की बहुत कम उम्मीद है, क्योंकि ये लोग बेहद गहरी घाटी में गिरे थे।कश्मीर के कुपवाड़ा में दिसंबर में कुपवाड़ा और बांदीपोरा में हिमस्खलन हुआ था।
नौगाम सेक्टर में हुई भारी बर्फबारी के बाद लापता दो जवानों में से एक की बॉडी कर ली गई थी। बांदीपोरा के गुरेज सेक्टर में आए हिमस्खलन में तीन सैनिक बर्फ के नीचे दब गए थे। जिनकी तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया था।
जनवरी 2017 में भी कुपवाड़ा, बांदीपोरा, बारामूला, गांदेरबाल, कुलगाम, कारगिल में एवलॉन्च का अलर्ट जारी किया गया था।जनवरी के आखिरी हफ्ते में कई एवलॉन्च आए, जिनमें 15 जवानों की जान चली गई थी और कई लापता हो गए थे। 6 नागरिकों की भी मौत हो गई थी।