पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनाव आयोग ने राज्य में चुनाव ड्यूटी पर तैनात केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के खिलाफ उनकी कथित टिप्पणी के लिए नोटिस जारी किया है।आयोग द्वारा गुरूवार की रात को जारी नोटिस में कहा गया है कि केंद्रीय बलों के खिलाफ टिप्पणी कर बनर्जी ने प्रथमदृष्टया भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं का उल्लंघन किया है।
मुख्यमंत्री को दिन में 11 बजे तक नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया है।आयोग ने कहा कि प्रथमदृष्टया बनर्जी के गलत, भड़काऊ और तीखे बयानों ने चुनावी प्रक्रिया के दौरान केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की गरिमा को गिराने और अपमानित करने का प्रयास किया है।
आयोग चाहे दस नोटिस भेज दे, धर्म के आधार पर मतदाताओं के विभाजन का विरोध करती रहूंगी: ममता. इससे पहले पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी ने कहा कि वह सांप्रदायिक आधार पर मतदाताओं को बांटने के किसी भी प्रयास के खिलाफ आवाज उठाती रहेंगी और चुनाव आयोग चाहे तो उन्हें दस कारण बताओ नोटिस भेज दे, लेकिन इनसे वह अपना रुख नहीं बदलेंगी।
ममता ने कथित रूप से मुस्लिम मतदाताओं से टीएमसी के पक्ष में मतदान करने की अपील की थी, जिसके बाद चुनाव आयोग ने बुधवार को बनर्जी को आचार संहिता के उल्लंघन के लिये नोटिस भेजा था।
टीएमसी प्रमुख बनर्जी ने दोमजुर में चुनाव प्रचार के दौरान पूछा कि जब भाजपा के स्टार प्रचारक तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने भाषणों में हिंदू और मुस्लिम वोटबैंक का जिक्र करते हैं तो उनके खिलाफ कोई शिकायत क्यों दर्ज नहीं की जाती?
बनर्जी ने कहा आप (चुनाव आयोग) चाहें तो मुझे दस कारण बताओ नोटिस भेज सकते हैं, लेकिन मेरा जवाब एक ही होगा। मैं हमेशा हिंदू, मुस्लिम वोटों के विभाजन के खिलाफ बोलती रहूंगी। मैं धार्मिक आधार पर मतदाताओं को बांटने के खिलाफ खड़ी रहूंगी।