अखिलेश यादव ने कहा कि सपा में परिवारवाद है तो डिंपल अब चुनाव नहीं लड़ेंगी। हालांकि उन्होंने सपा में परिवारवाद होने के आरोप को नकारा भी। बता दें कि अमेरिका में बर्कले स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में स्टूडेंट्स से बातचीत के दौरान परिवारवाद पर राहुल गांधी के बयान के बाद ये मुद्दा अब सुर्खियों में है।
रायपुर में अखिल भारतीय यादव महासभा में शामिल होने आए यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव पार्टी के परिवारवाद के सवाल पर खुलकर बोले।स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर मीडिया के सवाल पर अखिलेश ने एलान किया कि उनकी पत्नी और कन्नौज सांसद डिंपल यादव अब चुनाव नहीं लड़ेगी।
उन्होंने ये भी कहा कि अगले साल छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी भी मैदान में उतरेगी।राहुल गांधी से संबंधों की बात पर अखिलेश ने कहा कि उनसे अभी भी दोस्ती है और संबंध किसी भी तरह से खराब नहीं हुए हैं।अखिलेश ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि कोई गुजरात से आया और यूपी से सांसद बनकर प्रधानमंत्री बन गया।
उन्होंने कहा कि इस क्रम में वे अब लगातार छत्तीसगढ़ आते रहेंगे और यहां भी इतिहास बदलेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की पूरी राजनीति यादवों को लेकर हो गई, लेकिन अब हम भी अपने लोगों को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि गाय, भैंस और गोबर की राजनीति करने वाले डिजिटल इंडिया बनाने की बात कर रहे हैं।
अखिलेश ने कहा कि हम फौज में जातिवाद नहीं चाहते, हम केवल सम्मान चाहते हैं। अगर फौज में राजपूत रेजीमेंट हो सकता है, तो अहीर रेजीमेंट क्यों नहीं हो सकता। कुमाऊं रेजीमेंट में सबसे ज्यादा यादव लोग है।अखिलेश ने कहा कि चंबल में अब डकैत नहीं रहते, वहीं अहीर रेजीमेंट बना दिया जाए। हम फौज का मनोबल बढ़ाएंगे।
योगी सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार 50 हजार रुपए पेंशन दे रही थी, लेकिन नई सरकार ने इसे छीन लिया। ऐसी ताकतों से सावधान रहने की जरूरत है।अखिलेश यादव ने गाय के नाम पर देश में हो रही राजनीति पर चुटकी लेते हुए कहा कि यूपी चुनाव के दौरान गाय के नाम पर जमकर राजनीति की गई। हम कहते रहे कि गाय बीजेपी की नकली मां है।
हम यादववंशी है, गाय हमारी असली मां है. बीजेपी सिर्फ गाय को बचाने के नाम पर राजनीति कर रही है, जबकि हमें ना केवल गाय बचानी है, बल्कि धरती मां भी बचानी है।हमने हमारी सरकार में एक्सप्रेस हाइवे का निर्माण कराया, लेकिन मोदी जी केवल बात ही कर रहे हैं, हमें नहीं लगता कि रायपुर में मेट्रो का सपना पूरा कर पाएंगे क्योंकि उनका फोकस गुजरात पर ज्यादा है।