दिल्ली में भी ब्लैक फंगस यानी म्यूकर माइकोसिस के मरीज बढ़ने के साथ इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाले एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की मांग अचानक बढ़ गई है. इस वजह से बाजार में इसकी किल्लत हो गई है और मरीजों के परिजनों को दर-दर भटकना पड़ रहा है. ऐसे में दिल्ली सरकार ने एक अहम फैसला किया है.
कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के बीच ब्लैक फंगस के खतरे से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने जरूरी दवा और इंजेक्शन की कालाबाजारी और किल्लत से निबटने के लिए 3 सदस्यीय टेक्निकल कमेटी बनाई है.
जो इस बीमारी से पीड़ित मरीजों के उपचार पर नजर रखते हुए जरूरी दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित कराएगी.सरकार के फैसले के बाद अब दिल्ली के किसी भी अस्पताल को ब्लैक फंगस ट्रीटमेंट के लिए जरूरी एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन हासिल करने के लिए इसी तीन सदस्यीय कमेटी के पास आवेदन करना होगा.
म्यूकर माइकोसिस को ब्लैक फंगस इंफेक्शन भी कहा जाता है. पोस्ट कोविड-19 मरीजों में यह बीमारी सबसे अधिक उभर कर आ रही है. यह फंगल इंफेक्शन नाक से शुरू होता है, इसके बाद मुंह में होता है, फिर आंखों में पहुंचता है और फिर दिमाग तक चला जाता है. इससे पैनिक होने की जरूरत नहीं है सही वक्त पर लक्षण पहचान कर इलाज भी संभव है.