डीटीसी के इलेक्ट्रिक बसों के बेड़े में 97 बसें और शामिल हो गई।मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजघाट डिपो से बसों को हरी झंडी दिखाई। इसी के साथ राजधानी की सड़कों पर दौड़ रही इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़कर 250 हो गई है। बसों को रवाना करने के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदूषण फैलाने वाली बसों को चरणबद्ध तरीके से सड़क से हटाया जाएगा।
परिवहन के क्षेत्र में भी दिल्ली में सबसे बेहतर मॉडल पेश करेंगे।उन्होंने कहा कि नवम्बर, 2023 तक 1500 बसें और सड़क पर उतर जाएंगी और 2025 तक इलेक्ट्रिक बसों की संख्या 10,380 हो जाएगी। दिल्ली दुनिया का सबसे अच्छा मॉडल बनेगा। बसों को चार्ज करने में दिक्कत पेश न आए, इसके लिए तीन डिपो में चाजिर्ंग स्टेशन लगाए गए हैं।
सरकार ने बसों के परिचालन में 11 महिला ड्राइवरों को उतारा है और आने वाले समय में यह संख्या बढ़कर 200 हो जाएगी। इस मौके पर परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत समेत विभाग के आला अधिकारी मौजूद थे।मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय सार्वजनिक परिवहन के बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों की हिस्सेदारी 34 फीसद है।
वर्ष 2025 तक 7,930 इलेक्ट्रिक बसें और आ जाने के बाद यह हिस्सेदारी बढ़कर 80 फीसद हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने राजघाट बस डिपो-2 से इन इलेक्ट्रिक लो फ्लोर बसों को रवाना करने के साथ ही परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मुख्यमंत्री को चार्जिग स्टेशन के बारे में जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने बस में नोजल लगाकर ट्राइल लिया कि किस तरह बस को चार्ज किया जाता है। एक बस को 100 फीसद तक चार्ज करने में करीब 42 मिनट का समय लगता है।अभी तक तीन बस डिपो पर चार्जिग स्टेशन लग चुके हैं। अगले साल तक 17 बस डिपो का विद्युतीकरण हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने सड़कों पर उतर रहीं बसों का निरीक्षण भी किया और बसों में बैठे यात्रियों से बातचीत भी की। मुख्यमंत्री के मुताबिक सितम्बर के महीने में 50 बसें और आ रही हैं। खुशी की बात यह है कि धीरे-धीरे प्रदूषण फैला रही बसों को हटाते जा रहे हैं।मुख्यमंत्री ने महिला ड्राइवरों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में महिलाएं अब पुरु षों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है।
परिवहन मंत्री ने कहा कि हम दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि 1500 लो फ्लोर जीरो एमिशन इलेक्ट्रिक बसें खरीद की निविदा दी जा रही है। उन्होंने दावा किया है कि परिवहन निगम के बेड़े में इस समय 7,373 बसें शामिल हैं।
इसमें डीटीसी के तहत 4,064 और दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टीमॉडल ट्रांजिट सिस्टम के तहत 3,309 बसें चलाई जा रही हैं। कुल 16 हाई स्पीड चार्जर भी लगाए जाएंगे, जबकि 10 चार्जर पहले से ही लग चुके हैं। परिवहन मंत्री ने बसों में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में भी बताया।