राजस्थान महिला कांग्रेस की ओर से जयपुर ग्रेटर जैसे अहम जिले की कमान एक ऐसी महिला के हाथों में देने का ऐलान किया गया जो पार्टी से बागी होकर चुनाव लड़ने पर 6 साल के लिए निष्कासित कर दी गई थी.मामले का पता चलने पर आनन-फानन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेहाना रियाज ने नियुक्ति पर ना केवल रोक लगाई बल्कि विचार के लिए चार सदस्यी कमेटी का भी गठन किया है.
दरअसल, राजस्थान प्रदेश महिला कांग्रेस की कार्यकारिणी का शुक्रवार को विस्तार किया गया और इस विस्तार में जयपुर ग्रेटर नगर निगम की जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी भावना पटेल वासवानी को दे दी गई थी, जो जयपुर ग्रेटर नगर निगम के 69 से कांग्रेस के खिलाफ निर्दलीय के रूप लड़ चुकी हैं.
वह कांग्रेस के खिलाफ ना केवल चुनाव लड़ी है बल्कि उससे पहले भी उनका कांग्रेस के किसी भी कार्यक्रम में योगदान नहीं रहा है.इतना ही नहीं, कांग्रेस के अग्रिम संगठनों में काम करने वाले लोग उनको जानते तक नहीं है. इसके बावजूद उन्हें जयपुर जैसे महत्वपूर्ण जिले में महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष बना दिया गया था.
कार्यकारिणी की सूची जारी होने के बाद जब मीडिया में खबरें आई तब आनन-फानन में प्रदेश अध्यक्ष ने भावना पटेल की नियुक्ति पर रोक लगाई है और मामले पर निर्णय के लिए चार सदस्य कमेटी का गठन किया गया है.जानकारी के अनुसार, भावना पटेल को बागी होकर चुनाव लड़ने पर 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया था. इसके बावजूद जयपुर शहर के एक नेता ने उनके नाम की सिफारिश की थी.