यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के लुलु मॉल विवाद को लेकर हो रहे विरोध-प्रदर्शन को लेकर जिला और पुलिस प्रशासन को फटकार लगाई।सीएम योगी ने कहा, इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और इस तरह की चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मॉल में तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे उपद्रवियों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सोमवार शाम को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि व्यापारिक प्रतिष्ठान लुलु मॉल को सियासी गढ़ में तब्दील कर दिया गया है। कुछ लोगों द्वारा अनावश्यक बयान दिए जा रहे थे और मॉल में आने वाले लोगों की आवाजाही में बाधा डालने के लिए प्रदर्शन आयोजित किए जा रहे थे।
किसी को भी प्रार्थना या अन्य कार्यक्रम आयोजित करके सड़क पर यातायात बाधित करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।इस बीच लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने कहा कि 12 जुलाई को लुलु मॉल में कथित तौर पर नमाज अदा करने वाले चार लोगों का वीडियो फर्जी था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 15 जुलाई को वायरल हुआ यह वीडियो असल में उन लोगों का है, जिन्हें पुलिस ने 15 जुलाई को मॉल के अंदर हनुमान चालीसा पढ़ने और नमाज पढ़ने के प्रयास में गिरफ्तार किया था।मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों से अपने-अपने जिलों में स्थिति की समीक्षा करने और असामाजिक तत्वों पर नजर रखने को कहा।