सीबीआई की एक टीम ने देर शाम महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के दामाद और वकील को गिरफ्तार कर लिया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि देशमुख की बेटी, दामाद और बहू आज शाम अपने वकील के साथ वर्ली स्थित अपने आवास से बाहर जा रहे थे।
मलिक ने एक बयान में कहा अचानक उन्हें सीबीआई के करीब एक दर्जन लोगों ने रोका, जिन्होंने उन्हें अपनी कार से बाहर निकलने के लिए कहा। वे देशमुख के दामाद और वकील को बिना किसी स्पष्टीकरण के अपने वाहन में ले गए।राज्य कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने इस कदम को बेहद गंभीर करार दिया।
उन्होंने आरोप लगाया उन्हें बिना किसी नोटिस के ले जाया गया। कानूनों को कुचला जा रहा है और देश मोदी-शाही द्वारा चलाया जा रहा है। मोदी सरकार को आधिकारिक तौर पर घोषित करना चाहिए- हम जो कहते हैं वह कानून है।मलिक ने कहा कि उन्हें अवैध रूप से, बिना किसी पूर्व सूचना या नोटिस के ले जाया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि देश में कानून का शासन है या शासकों का कानून है।
उन्होंने मांग की सीबीआई को स्पष्ट करना चाहिए कि कानून की उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना किन कानूनों और मानदंडों के तहत कार्रवाई की गई।यह घटनाक्रम तब हुआ, जब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट के एक प्रतिनिधिमंडल ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की।चार दिन पहले देशमुख को कथित तौर पर सीबीआई द्वारा दी गई ‘क्लीन चिट’ मीडिया में ‘लीक’ हुई थी, जिसका बाद में केंद्रीय एजेंसी ने जोरदार खंडन किया था।