अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी की मौत मामले में सीबीआई ने हरिद्वार में आनंद गिरी के निर्माणाधीन आश्रम पर 7 घंटे 35 मिनट से ज्यादा जांच पड़ताल की. बताया जा रहा है कि सीबीआई को लैपटॉप इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और कई दस्तावेज हाथ लगे हैं. अब दिन भर में भी सीबीआई कई जगह जांच कर सकती है.
सीबीआई ने आनंद गिरी के आश्रम से कई साक्ष्य जुटाए हैं. इससे मौत के मामले का राज खोलने में मदद मिल सकती है.जानकारी के मुताबिक लगभग 7.30 घंटे तक अरोपी आनंद गिरी से पूछताछ सीबीआई ने पूछताछ की. इसके बाद टीम 2:50 मिनट पर आरोपी आनंद गिरी व उनसे जुड़े दस्तावेज प्रिंटर, लैपटॉप, सीसीटीवी की डीवीआर अपने साथ ले गई.
आनंद गिरी के श्यामपुर कांगड़ी गाजीवाली आश्रम में सीबीआई टीम ने करीब 7:30 घंटे तक बड़ी ही गहनता के साथ उनसे पूछताछ की. इसके अलावा, आनंद गिरी के शिष्यों से भी बारीकी से पूछताछ की गई. उसके बाद सीबीआई आनंद गिरी को अपने साथ वापस ले गई.
शाम को 7:05 पर सीबीआई टीम आरोपी आनंद गिरी को उनके आश्रम लेकर पहुंची थी. इसके बाद 3.00 बजे के करीब पूछताछ खत्म होने के बाद सीबीआई टीम आनंद गिरी को आश्रम से अपने साथ ले गई.जानकारी मिल रही है कि सीबीआई जब आनंद गिरी से पूछताछ कर रही थी, तो उस दौरान आनंद की आंखों से आंसू गिरने लगे.
सख्त सवालों का जवाब देते हुए आनंद गिरी कई बार रोए. उसका बस यही कहना था कि उसने कभी अपने गुरु को ब्लैकमेल नहीं किया, न ही उसके पास कोई वीडियो है. बता दें, सीबीआई ने तीनों आरोपियों के लिए (खासकर आनंद गिरी के लिए) सवालों की लिस्ट तैयार की थी.
वहीं यह भी बताया जा रहा है कि पुलिस लाइन ले जाने के बाद आनंद को सबसे अलग बैठाया गया था और टीम के अफसरों ने एक-एक कर के आनंद गिरी से कई सवाल पूछे. आनंद गिरी ने सभी सवालों के जवाब तो दिए लेकिन वीडियो और ब्लैकमेल वाली बात को आज भी नकार रहा है. सख्ती करने पर आनंद रो पड़े और बताया कि मोबाइल और लैपटॉप पुलिस को सौंप दिए गए हैं. उनमें से कुछ मिला नहीं है.