मानसून सत्र से पहले पीएम मोदी ने कोरोना पर चर्चा के लिए आज बुलाई सभी दलों की मीटिंग

आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना के हालात पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक करेंगे. हालांकि विपक्षी दल इस बैठक में शामिल होंगे या नहीं, यह तस्वीर अभी साफ नहीं है. विपक्षी नेता संसद में मुलाकात के बाद इस बैठक में शामिल होने पर आखिरी फैसला ले सकते हैं.

जानकारी के मुताबिक बैठक शाम 6 बजे होनी है.प्रधानमंत्री मोदी इस बैठक में कोरोना के खिलाफ सरकार की रणनीति और वैक्सीनेशन ड्राइव के बारे में विपक्षी नेताओं को जानकारी दे सकते हैं. साथ ही महामारी से लड़ने में कारगर रहने वाले सुझाव भी लिए जा सकते हैं.

मानसून सत्र में आज सभी विपक्षी दलों के नेता मिलकर बैठक में शामिल होने या नहीं होने पर अंतिम फैसला लेंगे.सत्र की शुरुआत में ही पीएम मोदी ने कहा कि यह सत्र कोरोना समेत अन्य जरूरी मुद्दों पर चर्चा का एक सार्थक मंच साबित होगा, क्योंकि जनता कई मुद्दों पर जवाब चाहती है.

उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार भी पूरी तरह तैयार है. प्रधानमंत्री ने दोनों सदनों के नेताओं से मंगलवार की शाम कुछ समय निकालने का आग्रह किया था और कहा कि वह महामारी के बारे में सारी विस्तृत जानकारी उन्हें भी देना चाहते हैं.

पीएम मोदी ने वैक्सीन लगवाने वालो को ‘बाहुबली’ करार दिया और कहा कि अब तक चालीस करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है और आगे भी यह सिलसिला तेज गति से जारी रहेगा. उन्होंने कहा कोरोना ऐसी महामारी है जिसने पूरे विश्व को अपनी चपेट में लिया हुआ है, पूरी मानव जाति को अपने चपेट में लिया हुआ है.

इसलिए हम चाहते हैं कि संसद में भी इस महामारी के संबंध में सार्थक चर्चा हो.प्रधानमंत्री ने कहा कि सार्थक चर्चा से सांसदों के भी कई सारे सुझाव मिलेंगे और महामारी के खिलाफ लड़ाई में बहुत नयापन भी आ सकता है.

उन्होंने कहा कुछ कमियां रह गई हों तो उसमें भी सुधार किया जा सकता है. इस लड़ाई में सभी साथ मिलकर आगे बढ़ सकते हैं. मैंने सदन के सभी नेताओं से भी आग्रह किया है कि मंगलवार शाम को अगर वह समय निकालें तो महामारी के संबंध में सारी विस्तृत जानकारी उनको भी मैं देना चाहता हूं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के मुद्दे पर वह सभी मुख्यमंत्रियों और अन्य मंचों पर भी लोगों से चर्चा करते रहे हैं. हाल में उन्होंने 6 राज्यों के सीएम के साथ इस मुद्दे पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की थी.

Check Also

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को दिया एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने का निर्देश

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को 1 अप्रैल, 2023 तक एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *