समाजवादी पार्टी (सपा) ने विहिप पर सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया जबकि बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि शांति बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। मुस्लिम समुदाय के प्रमुख सदस्यों ने भी आरोप लगाया कि विश्व हिंदू परिषद (विहिप) न्यायपालिका का माखौल उड़ा रहा है।करीब छह महीने पहले विहिप ने राममंदिर के निर्माण के लिए पत्थर एकत्र करने का राष्ट्रव्यापी अभियान चलाने की घोषणा की थी।
अयोध्या के विधायक और राज्य के वन मंत्री तेज नारायण पांडे ने यहां कहा, ‘‘भगवा शक्तियां राज्य सरकार के विकास कार्यों से लोगों का ध्यान बंटाने के लिए सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही हैं।’’पत्थरों से लदे दो ट्रकों के अयोध्या पहुंचने पर बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा, ‘‘भगवा शक्तियों की गतिविधियां बढ़ने के आलोक में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।’’ बाबरी मस्जिद एक्शन कमिटी के उपाध्यक्ष मुश्ताक अहमद सिद्दिकी ने आशंका प्रकट की कि विहिप की गतिविधियों से मुसलमानों की भावनाएं आहत हो सकती हैं और उन्होंने राज्य सरकार से शांति एवं सद्भाव बनाए रखने के लिए एहतियाती कदम उठाने की अपील की।
कमिटी के एक अन्य सदस्य हाजी महबूब ने चेतावनी दी, ‘‘यदि विहिप राममंदिर बनाने के पत्थर एकत्र कर रहे हैं तो मुसलमान भी बाबरी मस्जिद निर्माण के लिए पत्थर एकत्र करने को बाध्य होंगे।’’ बाबरी मस्जिद मामले के मुख्य वादी हाशिम अंसारी ने आरोप लगाया कि मुसलमान अदालत के फैसले का शांति से इंतजार कर रहे हैं जबकि विहिप अयोध्या में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है।
अयोध्या में एकमात्र मुस्लिम पाषर्द हाजी असाद अहमद ने कहा, ‘‘यदि हम अयोध्या में मस्जिद की मरम्मत करना चाहते हैं तो स्थानीय प्रशासन हमें उसकी इजाजत नहीं देता ।