तीन लड़कों को नागपुर एयरपोर्ट से एटीएस ने हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि ये लड़के IS में शामिल होने जा रहे थे। महाराष्ट्र एटीएस ने तीनों लड़कों को तेलंगाना एटीएस को सौंप दिया है। सभी आरोपी तेलंगाना के ही रहने वाले हैं। दो दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर में नौ नाबालिगों को इसी आरोप में अरेस्ट किया गया था। इनमें से तीन लड़के हथियारों की ट्रेनिंग के लिए बॉर्डर पार कर पाकिस्तान जाने की तैयारी में थे।
पिछले दिनों जयपुर से इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के मार्केटिंग मैनेजर सिराजुद्दीन को आईएसआईएस का एजेंट होने के शक में अरेस्ट किया गया था।मुंबई से हाल ही में तीन लड़के लापता हुए। इनमें से एक को पकड़ लिया गया है। ये तीनों आईएसआईएस में शामिल होने जा रहे थे।जयपुर से अरेस्ट आईएसआईएस एजेंट ने पुणे की एक लड़की को भी भड़काया था। वह भी सीरिया जाने की तैयारी में थी। एटीएस ने उसे पकड़ा और जाने से रोका।
राज्यसभा में सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, इस साल नवंबर तक 79 युवाओं ने आंतकी संगठनों को ज्वाइन किया है।पिछले साल इसी पीरियड में यह आंकड़ा 60 था।इनमें से अधिकतर ने आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन को ज्वाइन किया है।
नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल ने पिछले साल नवंबर में आगाह कर दिया था कि पीओके के मामले में सरकार को स्ट्रैटजिक अप्रोच अपनानी चाहिए। वहां आतंकियों के बढ़ रहे मूवमेंट के मद्देनजर उसके नतीजों के लिए तैयार रहना चाहिए। डोभाल ने एक लीडरशिप समिट में कहा था, “देश के किसी भी धार्मिक मुस्लिम नेता ने आईएसआईएस का सपोर्ट नहीं किया है। सभी ने आईएस और अल कायदा के खिलाफ फतवे जारी किए हैं। हालांकि, आईएसआईएस और अल कायदा देश में आतंकी हमले कर हिंसा फैला सकते हैं, लेकिन हमारा देश इतना मजबूत कि वह ऐसे संगठनों से निपट लेगा।”
मुंबई के कल्याण से भागकर आईएसआईएस में शामिल होने गए अरीब मजीद के खिलाफ नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने चार्जशीट दायर की थी। इसमें एनआईए ने कहा था कि हो सकता है कि आईएस आने वाले समय में भारत विरोधी आतंकी समूहों से रिश्ते बढ़ा ले। आईएस यह साजिश रच रहा है कि कैसे भारतीय लड़कों को संगठन से जोड़कर इराक-सीरिया के साथ भारत और अन्य एशियाई देशों में आतंकी हमलों को अंजाम दिया जाए।जम्मू-कश्मीर में इस साल कई मौकों पर आईएसआईएस के झंडे देखे गए हैं। बताया जाता है कि आईएस के झंडे रखने वाले 11 लड़कों पर नजर रखी जा रही है। ये लड़के ही लगभग हर जुमे पर श्रीनगर की जामिया मस्जिद के आसपास आईएस के झंडे दिखाते हैं।