आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर दिल्ली के राज्यपाल वीके सक्सेना पर हमला बोला है। आप नेताओं ने एलजी पर ध्यान भटकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह पहले खादी ग्रामाद्योग में हुए घोटाले पर सफाई दें।आप नेताओं का कहना है कि एलजी ने डीटीसी में घोटाला बताकर जांच के आदेश दे दिए। उनका कहना है कि 1000 बसें खीरीदी गई हैं इसलिए उसकी जांच कराओ।
जिस चीज को लेकर आज इन्होंने सीबीआई की जांच के आदेश दिए हैं, इसी पर पूर्व एलजी द्वारा पहले ही बैठक हुई, उसकी जांच हुई और उन्होंने क्लीनचिट दे दिया। जिस चीज का टेंडर ही नहीं हुआ, एलजी उसकी जांच करने को कह रहे हैं।आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उप राज्यपाल अपने भ्रष्टाचारों के आरोपों से ध्यान भटकाने के लिए रोज नया नाटक करते हैं।
पुराना मामला उठाकर दिल्ली सरकार पर हमला करते हैं। एलजी विनय सक्सेना पर सबूतों के साथ भ्रष्टाचार के 3 बड़े गंभीर आरोप लगे हैं। लेकिन एलजी जांच करवाने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं हैं। उप राज्यपाल ने खादी ग्रामोद्योग का चेयरमैन रहते हुए ब्लैक मनी को व्हाइट करवाया, खादी इंडिया के लाउंज का ठेका बेटी को दिया और कारीगरों को गैर कानूनी तरीके से नगद में भुगतान किया।
जन धन योजना के तहत पीएम मोदी जी ने लगभग सभी के अकाउंट खुलवा दिए। इसके बावजूद 4.55 लाख कारीगरों में 2.65 लाख कारीगरों को अकाउंट में पैसा नहीं भेजा। उन्होंने कहा कि जिस मामले में सीबीआई ने डेढ़ साल पहले क्लीन चिट दे दी। उसे उप राज्यपाल ने तीसरी बार सीबीआई को भेजा है। इस मामले में एक भी बस नहीं खरीदी गई है। एक भी रु पए की पेमेंट नहीं की गई है।
ऐसे में भ्रष्टाचार संभव नहीं है। भारतीय जनता पार्टी पहले कहती रही कि बस नहीं खरीदी, जब से बसों के टेंडर दिए गए हैं तो भाजपा नहीं चाहती कि बस खरीदी जाए। आम आदमी के विधायक और मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने रविवार को यहां पार्टी कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेल में यह बात कही।भारद्वाज ने कहा कि उप राज्यपाल विनय सक्सेना रोज सुबह उठकर दिल्ली सरकार के खिलाफ कोई न कोई खबर मीडिया में दे रहे हैं।
एलजी एक संवैधानिक दायित्व होता है लेकिन यह रोज कोई पुराना मामला उठाकर दिल्ली की चुनी हुई सरकार के ऊपर हमला करते हैं। उधर, ‘आप’ विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि एलजी विनय सक्सेना अपने ऊपर लगे आरोपों की जांच से बचने के लिए दिल्ली सरकार पर रोज एक नया आरोप लगाते हैं।
जिस मामले में सीबीआई पहले ही क्लीनिचट दे चुकी है, एलजी विनय सक्सेना उसकी फिर से जांच कराना चाहते हैं। एलजी का एक ही मकसद है कि ठेकेदारों तक संदेश पहुंच जाए कि हिस्सा कहां आना है। एलजी साहब से विनती है कि ठेकेदारों को खुद बुलाकर बात कर लो, हमें क्यों परेशान किया जा रहा है।