रविवार देर रात स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की तबियत बिगड़ गई। उन्हें लोकनायक जयप्रकाश हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। 11 जून से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और गोपाल राय धरना दे रहे हैं। उनके साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन 13 जून से भूख हड़ताल पर बैठे थे।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के भूख हड़ताल पर होने को लेकर सवाल उठे थे। दरअसल, धरने के दौरान उनका डॉक्टरों की एक टीम हर दिन वजन ले रही थी। हड़ताल के तीसरे दिन शाम को उनका वजन 80.3 किलोग्राम था। अगले ही दिन दोपहर में उनका वजन 81.5 किलोग्राम निकला। यानी एक दिन में ही उनका वजन 1.2 किग्रा बढ़ गया था।
उनका कहना था कि भूख हड़ताल पर बैठे किसी भी शख्स का वजन या तो घट सकता है या समान रह सकता है। बढ़ नहीं सकता। भले ही इंसान कितना भी पानी पिए।अरविंद केजरीवाल के धरने के समर्थन में रविवार को आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री आवास के घेराव के लिए मार्च निकाला था। हालांकि, पुलिस ने उन्हें संसद मार्ग से आगे नहीं बढ़ने दिया।
केजरीवाल ने ट्वीट में नरेंद्र मोदी को तानाशाह बताया। आईएएस एसोसिएशन ने कहा कि दिल्ली में कोई अफसर हड़ताल पर नहीं है, आप सरकार ने अफवाह फैलाई। इसके बाद केजरी ने अफसरों से काम पर लौटने की अपील की। शनिवार देर रात उनके धरने का चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों- पी. विजयन, ममता बनर्जी, चंद्रबाबू नायडू और एचडी कुमारस्वामी ने समर्थन किया था।
चारों इस संबंध में नरेंद्र मोदी से भी मिले थे।पहली-दिल्ली सरकार में कार्यरत भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारियों की हड़ताल खत्म कराई जाए। दूसरी- काम रोकने वाले आईएएस अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। तीसरी-राशन की दरवाजे पर आपूर्ति की योजना को मंजूर किया जाए।
केजरीवाल सरकार का आरोप है कि मुख्यमंत्री आवास पर चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश के साथ कथित मारपीट के विवाद को लेकर अफसर कैबिनेट की मीटिंग में शामिल नहीं होते हैं। वे हड़ताल पर हैं और सहयोग नहीं कर रहे हैं।