यूपी के मुख्यमंत्री रहे दिवंगत नेता कल्याण सिंह, अभिनेता विक्टर बनर्जी समेत 65 प्रतिष्ठित शख्सियतों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को पद्म पुरस्कार से नवाजा।इस साल पहला नागरिक पुरस्कार वितरण समारोह 21 मार्च को राष्ट्रपति भवन में आयोजित हुआ था, जिस दौरान 54 शख्सियतों को पद्म पुरस्कार से नवाज़ा गया था।
पुरस्कार वितरण के दूसरे समारोह के दौरान, कल्याण सिंह को (मरणोपरांत) पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। 1992 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहने के दौरान उनके ही कार्यकाल में बाबरी मस्जिद विध्वंस हुआ था। उनके अलावा शास्त्रीय गायिका प्रभा अत्रे को भी यह पुरस्कार दिया गया है। कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह ने सम्मान प्राप्त किया।
वह उत्तर प्रदेश की एटा सीट से लोकसभा सदस्य हैं।एक सरकारी बयान के मुताबिक, पद्म भूषण से सम्मानित होने वालों में अभिनेता विक्टर बनर्जी और भारत बायोटेक के कृष्णा मूर्ति एला और सुचित्रा कृष्णा एला शामिल हैं। भारत बायोटेक कोविड रोधी टीके ‘कोवैक्सीन’ की निर्माता हैं। माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भी उन लोगों में शामिल हैं जिन्हें पद्म भूषण के लिए नामित किया गया था।
हालांकि उन्होंने सोमवार के कार्यक्रम में शिरकत नहीं की।पद्म श्री पुरस्कार पाने वालों में व्यक्तिगत तौर पर ओलंपिक में देश का पहला स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा शामिल हैं। इस वर्ष, भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न के लिए किसी के नाम की घोषणा नहीं की गई है, जो पिछली बार 2019 में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, समाज सुधारक नानाजी देशमुख और प्रसिद्ध गायक भूपेन हजारिका को प्रदान किया गया था।
इस मौके पर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा भी मौजूद थे। पुरस्कार तीन श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं – पद्म विभूषण जो देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है, पद्म भूषण जो तीसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है और पद्म श्री जो चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है।
असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए पद्म विभूषण, उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए पद्म भूषण और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया जाता है। ये पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, लोक मामलों, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल और लोक सेवा जैसे विभिन्न श्रणियों में दिए जाते हैं।
पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है और राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले समारोहों में ये प्रदान किए जाते हैं। पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और माकपा नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य को पद्म भूषण पुरस्कार देने का ऐलान किया गया था लेकिन उन्होंने सम्मान स्वीकार करने से इनकार कर दिया था।