राष्ट्रपति चुनाव को लेकर संसद में एनडीए लीडर्स की मीटिंग हुई। इसमें एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद भी मौजूद रहे। संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने बताया- हम 40 पार्टियों के सपोर्ट से आगे बढ़ रहे हैं। पीएम ने अपील की है कि सोमवार को सभी सांसद वोट करें। चुनाव कैम्पेन में कोई कटुता सामने नहीं आई। इससे देश की परिपक्व राजनीति दिखाई देती है।
मीटिंग में मोदी ने कहा- कोविंदजी पूर्व पीएम मोरारजी देसाई के सहायक थे। अब मुझे उनका सहायक बनने का मौका मिलेगा। इनके साथ काम करना मेरा सौभाग्य होगा। मेरी शुभकामनाएं। दूसरी ओर, सोनिया गांधी ने भी अपोजिशन पार्टियों की नेताओं के साथ चर्चा की। बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार को वोटिंग होगी। नतीजे 20 जुलाई को आएंगे।
मानसून सेशन और राष्ट्रपति चुनाव को लेकर रविवार को पूरे दिन एनडीए और यूपीए की बैठकें चलती रहीं। सबसे पहले मोदी सरकार के मंत्रियों के साथ विपक्ष की ऑल पार्टी मीटिंग हुई। इसमें सदन की कार्यवाही बिना किसी गतिरोध के चलाने पर बात हुई। मीटिंग में नरेंद्र मोदी, अरुण जेटली समेत कांग्रेस की तरफ से गुलाम नबी आजाद, सपा के मुलायम सिंह यादव, नरेश अग्रवाल, सीपीएम के डी. राजा समेत कई नेता शामिल हुए।
इसके बाद संसद में बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड की मीटिंग हुई। इसमें सरकार ने राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति चुनाव, मानसून सेशन में रखे जाने वाले बिल और विपक्ष की रणनीति को लेकर चर्चा की। इस दौरान नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, अनंत कुमार, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी समेत कई पार्टी सांसद मौजूद थे।
सोमवार को भी एनडीए के दलों की मीटिंग बुलाई गई है। इसमें उपराष्ट्रपति कैंडिडेट का एलान हो सकता है। उपराष्ट्रपति का चुनाव 5 अगस्त को होगा। जरूरत पड़ी तो इसी दिन वोटों की गिनती भी कर ली जाएगी।सूत्रों के मुताबिक, उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के जिन 3 कैंडिडेट्स पर चर्चा है, उनमें केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू, गुजरात की पूर्व सीएम आनंदी बेन पटेल और बिहार से सांसद हुकुमदेव नारायण सिंह शामिल हैं।
बता दें कि मौजूदा उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का टेन्योर 10 अगस्त को खत्म हो रहा है।ऑल पार्टी मीटिंग में मोदी ने राज्यों से कहा कि वो गोरक्षा के नाम पर कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। क्योंकि लॉ एंड ऑर्डर राज्यों के पास होता है। मोदी ने ये भी कहा कि गोरक्षा मामले को सियासी या कम्युनल रंग नहीं दिया जाना चाहिए, क्योंकि इससे देश को कोई फायदा नहीं होगा।
मोदी ने कहा- गाय को माता माना जाता है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि लोग कानून को अपने हाथ में लें। पीएम ने नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में बाढ़ के हालात पर चिंता जताई।मीटिंग में मोदी ने ये भी कहा कि गाय हमारी मां की तरह है लेकिन किसी को भी कानून को अपने हाथ में लेने का हक नहीं है। अगर कोई ऐसा करता है तो राज्य सरकार को उनपर कार्रवाई करना चाहिए।बता दें कि कथित गोरक्षकों के मामले पर विपक्षी पार्टियां बीजेपी पर सवाल खड़े करती रही हैं। अपोजिशन इस मुद्दे को मानसून सेशन में उठाने की तैयारी कर रही हैं।