देश के इन हिस्सों में अगले 4 दिनों तक होगी भारी बारिश : मौसम विभाग

देश के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश का दौर जारी है. उत्तर में यूपी से लेकर दक्षिण में केरल तक  बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं. इस बीच, मौसम विभाग ने आने वाले दिनों को लेकर चेतावनी जारी की है. IMD ने बताया है कि अगले चार दिन तक दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में मूसलाधार बारिश जारी रहने की उम्मीद है.

वहीं इसी दौरान उत्तर-पश्चिमी और मध्य भारत में कम बारिश ही होगी.मौसम विभाग ने बताया है कि अगले पांच दिनों तक नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में मध्यम बारिश होने की संभावना है. 31 अगस्त और एक सितंबर को दक्षिणी मध्य प्रदेश, 31 अगस्त से 2 सितंबर के बीच बिहार में बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया है.

वहीं तीन सितंबर तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में मध्यम बारिश का अनुमान लगाया गया है. इसी तरह से पहाड़ी राज्यों की बात करें तो जम्मू कश्मीर , हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में चार सितंबर, 2022 को मूसलाधार बारिश होने का अनुमान लगाया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक बिहार में 30 अगस्त से लेकर 3 सितंबर तक अच्छी बारिश की संभावना बनी हुई है.

मौसम विभाग का कहना है कि दो सितंबर तक राज्य में मूसलाधार बारिश हो सकती है. इस दौरान तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है. मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए चेतावनी वाले इलाकों में रहने वाले लोगों से घरों में रहने की अपील की है. बिहार में वज्रपात से गया जिले में तीन, रोहतास में दो तथा औरंगाबाद एवं कैमूर में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है.

उत्तर प्रदेश के करीब 18 जिलों में बाढ़ से हालात खराब हैं. इसके लिए राजस्थान और मध्य प्रदेश के बांधों से छोड़े गए पानी को जिम्मेदार ठहराया गया है. यूपी में बाढ़ की स्थिति भी विकराल बनी हुई है. इस बार राजस्थान और मध्य प्रदेश में भारी बारिश हुई है. कमिश्नर ऑफिस से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान में प्रदेश के 12 जिलों में 959 गांव के 2,31,026 लोग प्रभावित हैं.

आज भी यूपी के पूर्वी हिस्सों में कुछ स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है.केरल के कई हिस्सों में बुधवार को भी बारिश जारी रही. मौसम विभाग ने तमिलनाडु और तेलंगाना, रायलसीमा में पश्चिम विदर्भ के पास चक्रवाती परिसंचरण के कारण केरल और लक्षद्वीप के अधिकतर हिस्सों में तीन सितंबर तक बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने का पूर्वानुमान लगाया है.

IMD ने 14 जिलों में येलो अलर्ट जारी करते हुए राज्य के अधिकतर हिस्सों में बारिश का पूर्वानुमान लगाया है. दिल्ली में अगस्त में केवल 41.6 मिमी. बारिश दर्ज की गई, जो 14 सालों में सबसे कम है. इसका कारण उत्तर पश्चिम भारत में मौसम प्रणाली की अनुपस्थिति है.

मौसम विशेषज्ञ इस महीने बारिश की कमी का कारण उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर तीन कम दबाव वाले क्षेत्रों के विकास को दे रहे हैं, जिसने मानसून को मध्य भारत की ओर खींच लिया और इसे लंबे समय तक उत्तर की ओर नहीं बढ़ने दिया. विशेषज्ञों का पूर्वानुमान है कि अगले पांच से छह दिनों में दिल्ली में अच्छी बारिश की संभावना नहीं है, हालांकि आसमान में बादल छाए रहेंगे.

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