गोवा में आप के विधायक उम्मीदवारों ने ली दलबदल के खिलाफ शपथ

कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों द्वारा चुनावों के बाद अन्य राजनीतिक दलों में शामिल होने के खिलाफ सार्वजनिक शपथ लेने के हफ्तों बाद, अब गोवा में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों ने 14 फरवरी के चुनावों के बाद राजनीतिक दलों को बदलने के खिलाफ हलफनामे पर हस्ताक्षर किए।

पणजी में एक संवाददाता सम्मेलन में, देश में दलबदल विरोधी कानूनों को मजबूत करने का आह्वान करते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि दलबदल का मुद्दा गोवा में विश्व रिकॉर्ड के स्तर तक पहुंच गया था।

केजरीवाल ने पणजी में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, गोवा की राजनीति ऐसी है कि उसका दलबदल का इतिहास रहा है। मुझे लगता है कि यह एक विश्व रिकॉर्ड होना चाहिए कि एक पार्टी के 17 निर्वाचित विधायकों में से 15 विधायक दूसरी पार्टी में चले जाते हैं।

यह प्रतिज्ञा एक कानूनी दस्तावेज है और यदि हमारा कोई उम्मीदवार इसके खिलाफ जाता है उनकी प्रतिज्ञा उन पर विश्वास भंग करने और झूठी शपथ लेने के लिए मुकदमा चलाया जा सकता है।इस दौरान पार्टी के 39 उम्मीदवारों ने अपने हस्ताक्षरित हलफनामे को पार्टी संयोजक के समक्ष पेश किया।

केजरीवाल 2017 और 2022 के बीच कांग्रेस पार्टी के विधायकों के भाजपा में पलायन का जिक्र कर रहे थे। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के तीन में से दो विधायक भी उस अवधि के दौरान भाजपा में चले गए थे।दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भी कहा, हमने सभी अच्छे उम्मीदवारों को चुना है, चुनते समय हमने साफ और ईमानदार के आधार पर ही उन्हें चुना है।

हमने उन्हें अच्छी तरह से चुना है, फिर भी हमें इस हलफनामे की आवश्यकता महसूस हुई है, क्योंकि न केवल आपको ईमानदार होना चाहिए, बल्कि आपको ईमानदार दिखना भी चाहिए। लोगों को आश्वस्त करना होगा (कि) अगर मैं बेईमानी से काम करता हूं या अपनी पार्टी बदलता हूं तो आप मेरे खिलाफ मामला दर्ज कर सकते हैं।

उन्होंने आगे कहा भारत में दलबदल विरोधी कानूनों को मजबूत करने की जरूरत है। विशेष रूप से गोवा के मामले में इसकी जरूरत है। यदि कोई विधायक दलबदल करना चाहता है तो उन्हें लोगों के पास वापस जाने की जरूरत है। यह एक विश्वास निर्माण उपाय है, जो हम दे रहे हैं और आपने लिखित रूप में कहा है कि हम नहीं बदलेंगे। आज हम एकमात्र पार्टी हैं, जो लोगों के सामने इसकी शपथ ले रहे हैं।

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