मौली या कलावा बांधाने का क्या अर्थ है? धार्मिक व वैज्ञानिक दृष्टि से…

मौली का अर्थ है सबसे ऊपर जिसका अर्थ सिर से भी लिया जाता है। त्रिनेत्रधारी भगवान शिव के मस्तक पर चन्द्रमा विराजमान है जिन्हें चन्द्र मौली भी कहा जाता है। शास्त्रों का मत है कि हाथ में मौली बांधने से त्रिदेवों और तीनों महादेवियों की कृपा प्राप्त होती है। महालक्ष्मी की कृपा से धन सम्पत्ति महासरस्वती की कृपा से विद्या-बुद्धि और महाकाली की कृपा से शाक्ति प्राप्त होती है।

शरीर विज्ञान के अनुसार त्रिदोष का शरीर पर आक्रमण नहीं होता क्योंकि एक्यूप्रेशर चिकित्सा के अनुसार रक्त का संचार में शीतलता नहीं आती जिस कारण बात पित्त और कफ होने का भय नहीं रहता मौली को शाब्दिक अर्थो में रक्षा सूत्र कहते हैं जिसमें उक्त देवी या देवता अदृश्य रुप में विंराजमान रहते हैं जिसकी पूजा करके रक्षा सूत्र बांधा जाता है।

इंडिया हल्ला बोल

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