HOMEMADE REMEDIES FOR WRINKLES :- झुर्रियां आना मतलब बुढ़ापे की दस्तक। त्वचा में मौजूद कोलाजेन (Collagen) उम्र बढ़ने के साथ कम होने लगता है परिणाम स्वरुप त्वचा पर झुर्रियां नज़र आती हैं। हालांकि झुर्रियां आना बायोलॉजिकल प्रोसेस है लेकिन त्वचा की सही देखभाल न होने पर समय से पहले ही झुर्रियां नज़र आने लगती हैं।
आजकल झुर्रियों से निपटने के लिए बोटॉक्स और कई तरह के लेज़र तकनीक इस्तेमाल की जा रही हैं लेकिन अगर यह ठीक तरह से ने की जाएं या कुशल चिकित्सक के नेतृत्व में न हो तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। साथ ही सबकी त्वचा पर यह ट्रीटमेंट सूट करें यह भी संभव नहीं है। इनके लिए मोटी रकम भी खर्च करनी पड़ती है जो हरेक के लिए संभव नहीं।
ऐसे में कुछ घरेलू उपाय ऐसे हैं जिनसे बिना नुकसान, बिना खर्च के झुर्रियों से निजात संभव है।शरीर तथा चेहरे पर झुर्रियां वृद्धावस्था में ही आती हैं| लेकिन जब यह झुर्रियां यौवनावस्था में पड़ने लगती हैं तो किसी रोग विशेष के आगमन अथवा प्रभाव तथा दुष्कर्मों की ओर इंगित करती हैं|
झुर्रियां का कारण :- छोटी उम्र में चेहरे तथा शरीर पर झुर्रियां पड़ने का मुख्य कारण आन्तरिक बीमारी है| यह हालत पचन क्रिया के ठीक न होने, रक्त, मांस, मत, हड्डी, मज्जा एवं वीर्य का उचित मात्रा में न बनने के कारण हो सकती है|
कुछ लोग किशोरावस्था या युवावस्था में हस्तमैथुन, गुदामैथुन, पशुमैथुन आदि दुष्कर्म कर बैठते हैं जिसके कारण उनका शरीर कमजोर रह जाता है| यही कमजोरी त्वचा में भी दिखाई देती है| सारा शरीर झुर्रियों से भर जाता है|
झुर्रियां की पहचान :- चेहरे तथा पैरों की खाल सिकुड़ जाती है| झुर्रियों में तेल, घी या किसी अन्य वस्तु की मालिश करने पर पीड़ा होती है| रोगी को हड़कन होती है| चेहरे पर शीघ्र ही बुढ़ापा मालूम पड़ने लगता है|
झुर्रियां के घरेलु नुस्खे इस प्रकार हैं :- सरसों और कपूर :- सरसों के तेल में कपूर मिलाकर मालिश करनी चाहिए|
सरसों :- सरसों या तिली के तेल में मधु मिलाकर अच्छी तरह पकाएं| फिर इसे ठंडा करके सारे शरीर पर मालिश करें|
दूध और तुलसी :- दूध में तुलसी के पत्तों का रस मिलाकर मालिश करें|
गोमूत्र और पानी :- सारे शरीर में गोमूत्र मलने के आधा घंटा बाद ताजे पानी से स्नान करें|
मक्खन और चिरौंजी :- मक्खन में चिरौंजी को पीसकर मिला लें| फिर इस पेस्ट को हाथ, पांव तथा मुंह पर मलें|
चने :- दैनिक व्यायाम करने के बाद भीगे हुए चने नमक के साथ सेवन करें|
बादाम, मुनक्का, कालीमिर्च और दूध :- दो बादाम, दो मुनक्का तथा चार दाने कालीमिर्च को पानी में चटनी की तरह पीसकर दूध के साथ सेवन करें|
टमाटर :- टमाटर का रस सारे शरीर पर मलने से झुर्रियां कम हो जाती हैं|
मसूर :- मसूर की दाल को लाल दवा में पीसकर मुंह पर लेप करें|
नीबू और देशी घी :- नीबू के छिलकों को पीसकर देशी घी में मिलाकर शरीर पर उबटन की तरह प्रतिदिन मलें|
संतरा :- संतरे के छिलकों को सुखाकर पाउडर बना लें| इन्हें बेसन के घोल में मिलाकर मुंह पर लगाएं|